रोहित शर्मा की कप्तानी का अंत: एक दोस्त, रणनीतिकार और मार्गदर्शक के रूप में कैसा रहा ‘हिटमैन’ का सफर?

भारतीय क्रिकेट के आसमान में जब भी कोई सितारा अपनी पूरी चमक बिखेरता है, तो उसकी कहानी हमेशा सीधी और सरल नहीं होती। कुछ ऐसी ही कहानी है रोहित शर्मा की, जिन्हें आज दुनियाहिटमैनके नाम से जानती है। एक वक्त था जब उनके करियर में अनिश्चितता के बादल छाए थे, और आज एक वक्त है जब उन्हें ODI कप्तानी से हटा दिया गया ह । लेकिन इस उतारचढ़ाव भरे सफर में, रोहित शर्मा सिर्फ एक बेहतरीन बल्लेबाज या सफल कप्तान नहीं रहे, बल्कि वह एक दोस्त, एक शानदार रणनीतिकार (tactician), और एक सच्चे मार्गदर्शक (guide) के रूप में उभरे हैं। उनकी कप्तानी का दौर भले ही अब समाप्त हो गया हो, लेकिन उनकी विरासत भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में हमेशा जिंदा रहेगी। चलिए, इस पूरे सफर को थोड़ा करीब से देखते हैं और समझते हैं कि एक कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा ने टीम को क्या दिया।

शुरुआती संघर्ष से कप्तानी से हटाए जाने तक का चक्र

आज से लगभग 14 साल पहले, एक 24 साल का प्रतिभाशाली मुंबई का बल्लेबाज अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा था। लगातार अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के कारण उन्हें 2011 वर्ल्ड कप की टीम से बाहर कर दिया गया था। यह किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बहुत बड़ा झटका होता है, लेकिन रोहित शर्मा ने हार नहीं मानी। उन्होंने इस निराशा को एक अवसर में बदला और अपनी कमजोरियों पर काम करना शुरू किया। अपने मुंबई के साथी खिलाड़ी अभिषेक नायर के साथ मिलकर उन्होंने अपनी फिटनेस और तकनीक पर कड़ी मेहनत की, और एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी बनने की ठान ली।

समय का पहिया घूमा, और वही रोहित शर्मा ODI क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में गिने जाने लगे। मध्य क्रम से सलामी बल्लेबाज बनने का फैसला उनके करियर का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। लेकिन आज, करियर के इस अंतिम पड़ाव पर, बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने उनके सामने एक और बड़ी चुनौती खड़ी कर दी हैउन्हें ODI कप्तानी से हटा दिया गया है। अब उन्हें हर मैच में अपने बल्ले से रन बनाकर टीम में अपनी जगह को सही ठहराना होगा, ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में किया था। अगर उनका सपना अगला ODI वर्ल्ड कप खेलने का है, तो यह राह बिल्कुल भी आसान नहीं होगी।

नेतृत्व कौशल का शिखर: जब रोहित ने दिलाईं दो ICC ट्रॉफी

एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित शर्मा की काबिलियत पर कभी किसी को शक नहीं था, लेकिन उनकी असली पहचान उनके शांत और प्रभावशाली नेतृत्व कौशल (leadership skills) से बनी। उन्होंने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को दो बड़े ICC खिताब जिताए2024 T20 वर्ल्ड कप और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी। यह एक ऐसी उपलब्धि है जो उन्हें सिर्फ एमएस धोनी के बाद दूसरा सबसे सफल भारतीय कप्तान बनाती है। उनकी कप्तानी में टीम ने आईसीसी टूर्नामेंट्स में शायद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, भले ही 2023 ODI वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा हो।

धोनी और कोहली से कैसे अलग थी रोहित की कप्तानी?

अगर विराट कोहली ने टीम में आक्रामकता और जीतने का जुनून भरा, तो रोहित शर्मा ने उस जुनून को सही रणनीति (strategy) और शांति देकर टीम को फिनिशिंग लाइन के पार पहुंचाया। उनकी कप्तानी में एक ठहराव था, जो दबाव के क्षणों में भी टीम को बिखरने नहीं देता था। वह एक ऐसे कप्तान थे जो अपने खिलाड़ियों को सुनते थे और उनकी समस्याओं को हल करने में मदद करते थे। उनकी क्रिकेटिंग समझ कमाल की थी। 2024 T20 वर्ल्ड कप के दौरान धीमी पिचों पर अक्षर पटेल को एक अतिरिक्त स्पिनर के तौर पर खिलाना और उन्हें बल्लेबाजी में फ्लोटर के रूप में इस्तेमाल करना, रोहित शर्मा की रणनीतिक प्रतिभा का एक बेहतरीन उदाहरण था।

मैनमैनेजमेंट के मास्टर: युवा खिलाड़ियों के लिए दोस्त और गाइड

रोहित की सबसे बड़ी खासियत उनका मैनमैनेजमेंट था। वह जानते थे कि हर खिलाड़ी अलग होता है और उसे अलग तरीके से संभालने की जरूरत होती है। अगर यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान जैसे युवा खिलाड़ियों को उन्होंने अपने संरक्षण में लेकर सीखने का मौका दिया, तो ऋषभ पंत जैसे बिंदास खिलाड़ी को उन्होंने अपना स्वाभाविक खेल खेलने की पूरी आजादी दी। वह ड्रेसिंग रूम का माहौल हमेशा हल्का रखते थे, जिससे खिलाड़ी बिना किसी दबाव के अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाते थे। यही वजह है कि युवा खिलाड़ी ध्रुव जुरेल उन्हेंबहुत चिलकप्तान मानते हैं, जो जूनियर्स को हमेशा सहज महसूस कराते हैं। वह एक कप्तान से बढ़कर एक दोस्त और गाइड की तरह थे।

नए कप्तान शुभमन गिल के लिए एक खुली किताब

अब भारतीय टीम की कमान नए कप्तान शुभमन गिल के हाथों में है। गिल, जो अभी 26 साल के हैं और टेस्ट टीम के भी कप्तान हैं, उनके पास सीखने के लिए बहुत समय है। और उनके लिए सबसे बड़े मार्गदर्शक रोहित शर्मा खुद होंगे। रोहित शर्मा को नियमित कप्तानी 34 साल की उम्र में मिली थी, तब तक वह आईपीएल में पांच खिताब जीतकर कप्तानी के हर दांवपेंच सीख चुके थे। शुभमन गिल उनके इस विशाल अनुभव से बहुत कुछ सीख सकते हैं।

मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने स्पष्ट किया है कि यह फैसला 2027 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर लिया गया है ताकि शुभमन गिल को तैयार किया जा सके। यह भी एक सच्चाई है कि रोहित शर्मा से पहले विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी ने भी उनकी कप्तानी में खेला और टीम के लिए अपना पूरा योगदान दिया। रोहित और विराट अब भी ड्रेसिंग रूम के सबसे वरिष्ठ और सम्मानित लीडर हैं, और उनका मार्गदर्शन गिल के लिए अमूल्य होगा।

क्या रोहितगिल की सलामी जोड़ी का जादू बरकरार रहेगा?

अब सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि एक सलामी जोड़ी के रूप में रोहित शर्मा और शुभमन गिल का प्रदर्शन कैसा रहता है। एक कप्तान और एक पूर्व कप्तान जब एक साथ बल्लेबाजी करने उतरेंगे, तो उनकी केमिस्ट्री टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी। इन दोनों ने मिलकर 2,124 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 68.51 का रहा है। पावरप्ले में रोहित शर्मा का आक्रामक रुख शुभमन गिल को अपनी पारी संवारने का समय देता था। पहले यह फैसला रोहित का होता था, लेकिन अब इन रणनीतियों पर गिल ड्राइवर सीट पर होंगे। दोनों के बीच का तालमेल ही भारतीय टीम का भविष्य तय करेगा।

करियर के इस मोड़ पर एक नई हकीकत: अब बल्ले से देना होगा जवाब

पंद्रह महीने पहले, रोहित शर्मा देश के नायक थे। 2024 T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद मुंबई की सड़कों पर खुली बस में उनका शानदार स्वागत हुआ था। लेकिन तब से चीजें थोड़ी बदल गई हैं। चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बावजूद उनकी फिटनेस चयनकर्ताओं को पूरी तरह से प्रभावित नहीं कर सकी। ODI कप्तानी से हटाया जाना उनके लिए एकलेट करियर रियलिटी चेककी तरह है। यह इस बात का अहसास है कि क्रिकेट में कुछ भी स्थायी नहीं होता।

जैसा कि रोहित ने खुद 2024 में न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज हारने के बाद कहा था, “यह आपको बताता है कि जिंदगी में कुछ भी आसान नहीं है। एक दिन आप सफलता की ऊंचाइयों पर होते हैं, और अगले ही दिन नीचे। मैंने अपनी जिंदगी में यही सीखा है। अब उन्हें हर मैच में अपने बल्ले से प्रदर्शन करके टीम में एक सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह बनाए रखनी होगी।

निष्कर्ष: एक विरासत जो हमेशा प्रेरित करेगी

रोहित शर्मा का ODI कप्तानी का दौर भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन उनकी विरासत हमेशा याद रखी जाएगी। उन्होंने टीम को मुश्किल पलों में जीतना सिखाया, ICC ट्रॉफी का सूखा खत्म किया, और सबसे बढ़कर, उन्होंने एक ऐसा माहौल बनाया जहां हर खिलाड़ी खुद को महत्वपूर्ण समझता था। उनका सफर, उनका नेतृत्व कौशल, उनकी रणनीतिक समझ, और उनका दोस्ताना व्यवहार नए कप्तान शुभमन गिल और आने वाली पीढ़ी के लिए हमेशा एक प्रेरणा स्रोत रहेगा। वह एक ऐसे कप्तान थे, जो वास्तव में एक दोस्त, रणनीतिकार, और सच्चे मार्गदर्शक थे।

अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख सार्वजनिक स्रोतों, आधिकारिक घोषणाओं और मीडिया रिपोर्टों से मिली जानकारी पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले अपने विवेक का उपयोग करें।

Kerala Lottery Result Live: ₹25 करोड़ का मालिक कौन? तिरुवोनम बंपर BR-105 और कारुण्या KR-726 के नतीजे घोषित, यहाँ देखें पूरी लिस्ट!

Kerala Lottery Result

नमस्ते दोस्तों! आज का दिन केरल और पूरे देश के उन लाखों लोगों के लिए धड़कनें बढ़ाने वाला है, जिन्होंने अपनी किस्मत आज़माने के लिए केरल लॉटरी का टिकट खरीदा है। आज, 4 अक्टूबर 2025, इतिहास में दर्ज होने वाला है क्योंकि आज बहुप्रतीक्षित तिरुवोनम बंपर BR-105 लॉटरी के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। पहला इनाम पूरे 25 करोड़ का है, जो किसी की भी ज़िंदगी को पल भर में बदल सकता है।

लेकिन रुकिए, आज का दिन सिर्फ़ यहीं खत्म नहीं होता! इसके ठीक बाद कारुण्या KR-726 वीकली लॉटरी का भी ड्रॉ है, जिसमें भी लाखों के इनाम हैं। तो अपनी लॉटरी की टिकट हाथ में थाम लीजिए, क्योंकि हम आपको देने जा रहे हैं पलपल की लाइव अपडेट्स, विजेता नंबरों की पूरी सूची, और वो सारी जानकारी जो आपके लिए जानना ज़रूरी है। क्या पता, अगले करोड़पति आप ही हों!

Kerala Lottery Result Live: आज का दिन बदलेगा किसकी किस्मत?

आज तिरुवनंतपुरम के गोर्की भवन में माहौल देखने लायक है। दोपहर 1 बजे से ही चहलपहल शुरू हो गई है, जहाँ वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल की देखरेख में ड्रॉ की प्रक्रिया पूरी की जा रही है । इस साल लोगों में उत्साह का आलम ये है कि तिरुवोनम बंपर के रिकॉर्ड 90 लाख टिकट बिक चुके हैं, जो इस लॉटरी की लोकप्रियता को दिखाता है । सबसे ज़्यादा टिकटों की बिक्री पलक्कड़, फिर त्रिशूर और तिरुवनंतपुरम में हुई है ।

Thiruvonam Bumper BR-105: 25 करोड़ का महाविजेता

और आख़िरकार वो पल आ ही गया जिसका सबको इंतज़ार था! तिरुवोनम बंपर BR-105 का ड्रॉ आज दोपहर 2 बजे शुरू हुआ और विजेता नंबरों की घोषणा कर दी गई है। यह ड्रॉ TA, TB, TC, TD, TE, TG, TH, TJ, TK, और TL सीरीज़ के टिकटों के लिए निकाला गया है।

  • पहला इनाम (First Prize): 25 करोड़
    • विजेता टिकट नंबर: (जल्द ही घोषित किया जाएगा)
  • सांत्वना पुरस्कार (Consolation Prize): 5 लाख
    • यह पुरस्कार उन सभी टिकट धारकों को दिया जाएगा जिनके टिकट का नंबर पहले इनाम वाले नंबर जैसा ही है, लेकिन सीरीज़ अलग है।
  • दूसरा इनाम (Second Prize): 1 करोड़
    • विजेता टिकट नंबर: (जल्द ही घोषित किया जाएगा)
  • तीसरा इनाम (Third Prize): 50 लाख
    • विजेता टिकट नंबर: (जल्द ही घोषित किया जाएगा)

इसके अलावा भी लाखों के कई और इनाम हैं, जिनकी पूरी लिस्ट आप केरल लॉटरी की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।

Karunya KR-726 ड्रॉ: एक और मौका करोड़पति बनने का

अगर आपका नंबर तिरुवोनam बंपर में नहीं लगा तो निराश होने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि किस्मत आज़माने का एक और बड़ा मौका अभी बाकी है। आज ही दोपहर 3 बजे कारुण्या KR-726 वीकली लॉटरी का भी ड्रॉ निकाला जाएगा।

Karunya KR-726 पुरस्कार राशि का विवरण

  • पहला इनाम (First Prize): 1 करोड़
  • दूसरा इनाम (Second Prize): 25 लाख
  • तीसरा इनाम (Third Prize): 10 लाख

यह ड्रॉ भी उन हज़ारों लोगों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आता है जो हर हफ़्ते केरल लॉटरी में अपनी किस्मत आज़माते हैं। तो अपनी टिकट संभाल कर रखें और हमारे साथ बने रहें!

अगर आपकी लॉटरी लगी तो क्या करें? (What to do if you win the lottery?)

कल्पना कीजिए कि विजेता नंबर आपके टिकट से मैच कर गया! यह एक अविश्वसनीय क्षण होगा, लेकिन इसके बाद कुछ ज़रूरी कदम उठाने होते हैं।

पुरस्कार का दावा कैसे करें?

अगर आपकी इनामी राशि 5,000 से कम है, तो आप केरल में किसी भी लॉटरी की दुकान से अपने पैसे ले सकते हैं

लेकिन अगर आप 1 लाख या उससे ज़्यादा की राशि जीतते हैं, तो आपको अपने असली टिकट और एक वैध पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड या पैन कार्ड) के साथ तिरुवनंतपुरम में राज्य लॉटरी निदेशालय (Directorate of State Lotteries) में जाकर दावा करना होगा । याद रखें, इनाम का दावा करने के लिए आपके पास ड्रॉ की तारीख से केवल 30 दिन का समय होता है, इसलिए देर बिल्कुल न करें।

टैक्स और कमीशन की कटौती

यह जानना बहुत ज़रूरी है कि जीती हुई पूरी राशि आपको नहीं मिलती है। पुरस्कार राशि पर 30% का टैक्स (TDS) और 7% से 10% तक का एजेंट कमीशन काटा जाता है । उदाहरण के लिए, अगर आप 25 करोड़ का पहला इनाम जीतते हैं, तो टैक्स और कमीशन कटने के बाद आपके हाथ में लगभग 15.75 करोड़ आएंगे । यह फिर भी एक बहुत बड़ी रक़म है जो आपकी ज़िंदगी बदल सकती है!

लॉटरी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य और आज की बड़ी ख़बरें

Pooja Bumper 2025 की शानदार लॉन्चिंग

आज का दिन सिर्फ़ नतीजों का ही नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत का भी है। वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने आज पूजा बंपर 2025 लॉटरी टिकट भी लॉन्च किया है। इस बंपर लॉटरी का टिकट 300 का है और इसका पहला इनाम पूरे 12 करोड़ रखा गया है ।

क्या केरल लॉटरी ऑनलाइन खरीद सकते हैं?

कई लोग यह सवाल पूछते हैं कि क्या केरल लॉटरी के टिकट ऑनलाइन उपलब्ध हैं। तो इसका जवाब हैनहीं। केरल सरकार ने ऑनलाइन टिकटों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। आप केवल केरल में अधिकृत एजेंटों से ही भौतिक रूप से टिकट खरीद सकते हैं ।

लॉटरी का पैसा कहाँ जाता है?

क्या आप जानते हैं कि आपके खरीदे हुए टिकट से सिर्फ़ विजेताओं को ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य को फ़ायदा होता है? केरल लॉटरी से होने वाले मुनाफ़े का इस्तेमाल राज्य की कल्याणकारी योजनाओं, शिक्षा और स्वास्थ्य कार्यक्रमों को फंड करने के लिए किया जाता है । तो चाहे आप जीतें या न जीतें, आपका पैसा एक अच्छे काम में लगता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज का दिन केरल लॉटरी के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। तिरुवोनम बंपर BR-105 ने किसी एक भाग्यशाली विजेता को रातोंरात करोड़पति बना दिया है, तो वहीं कारुण्या KR-726 ने भी कई घरों में खुशियाँ पहुँचाई हैं। हम सभी विजेताओं को तहे दिल से बधाई देते हैं! और जो लोग इस बार नहीं जीत पाए, वे हिम्मत न हारें, क्योंकि पूजा बंपर 2025 के रूप में किस्मत आज़माने का एक और बड़ा मौका आपका इंतज़ार कर रहा है।

Disclaimer: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है। विजेताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने विजेता नंबरों का मिलान केरल सरकार के राजपत्र में प्रकाशित आधिकारिक परिणामों से अवश्य कर लें।

विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना की हुई गुपचुप सगाई? फरवरी में बजेगी शहनाई! जानें वायरल खबर की पूरी सच्चाई

विजय देवरकोंडा रश्मिका मंदाना सगाई

सिनेमा की दुनिया में कुछ जोड़ियां ऐसी होती हैं, जिन्हें फैंस सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी एक साथ देखना चाहते हैं। ऐसी ही एक जोड़ी है विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना की। इन दोनों की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री ने जहांगीता गोविंदमऔरडियर कॉमरेडजैसी फिल्मों में आग लगा दी, वहीं ऑफस्क्रीन दोस्ती और बॉन्डिंग हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। फैंस प्यार से इन्हें ‘ViRosh’ बुलाते हैं और सालों से इस इंतजार में हैं कि कब ये दोनों अपने रिश्ते को ऑफिशियल करेंगे।

अब ऐसा लग रहा है कि फैंस का ये लंबा इंतजार शायद खत्म होने वाला है। 3 अक्टूबर, 2025 की सुबह से ही इंटरनेट पर एक खबर आग की तरह फैल रही हैविजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना ने एक प्राइवेट सेरेमनी में सगाई कर ली है! इस खबर ने सोशल मीडिया पर जैसे भूचाल ला दिया है। जहां एक तरफ फैंस खुशी से झूम रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे महज एक अफवाह बता रहे हैं। आइए, इस रिपोर्ट में हम इस खबर की हर परत को खोलते हैं और जानते हैं कि आखिर इस वायरल खबर की सच्चाई क्या है।

क्या वाकई हो गई है विजयरश्मिका की सगाई?

कई प्रतिष्ठित मीडिया रिपोर्ट्स और एंटरटेनमेंट पोर्टल्स के अनुसार, विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना ने कथित तौर पर एक बेहद निजी सगाई समारोह में एकदूसरे को अंगूठियां पहना दी हैं। बताया जा रहा है कि यह सेरेमनी हैदराबाद में हुई और इसमें सिर्फ दोनों के परिवार वाले और कुछ बेहद करीबी दोस्त ही शामिल हुए थे ।

क्यों रखी गई इतनी प्राइवेसी?

खबरों के मुताबिक, यह कपल अपने रिश्ते को लेकर हमेशा से ही काफी प्राइवेट रहा है। वे नहीं चाहते थे कि उनके इस खास पल पर मीडिया की गैरजरूरी नजर पड़े। यही वजह है कि उन्होंने इस Íntimate Ceremony को दुनिया की नजरों से दूर रखने का फैसला किया। रिपोर्ट्स का दावा है कि दोनों अपने करियर पर फोकस करना चाहते हैं और सही समय आने पर ही अपनी शादी की आधिकारिक घोषणा करेंगे ।

फरवरी 2026 में होगी शादी!

सगाई की खबरों के साथसाथ शादी की तारीख को लेकर भी बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि विजय और रश्मिका फरवरी 2026 में शादी के बंधन में बंध सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह जानकारी भी मीडिया रिपोर्ट्स पर ही आधारित है और कपल की तरफ से इस पर कोई मुहर नहीं लगाई गई है।

सोशल मीडिया पर फैंस का सैलाब: कोई खुश, कोई हैरान

जैसे ही विजयरश्मिका की सगाई की खबर सामने आई, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर और इंस्टाग्राम पर रिएक्शन्स की बाढ़ आ गई। फैंस दो गुटों में बंटे नजर आ रहे हैंएक वो जो इस खबर से बेहद खुश हैं, और दूसरे वो जो इसे फेक न्यूज मान रहे हैं।

खुशी से झूम उठे ‘ViRosh’ के फैंस

जो फैंस सालों से इन दोनों को एक साथ देखने का सपना देख रहे थे, उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। एक फैन ने ट्विटर पर लिखा, “आखिरकार! जिसका हमें था इंतजार, वो घड़ी आ गई। विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना को ढेर सारी बधाई। आप दोनों एक साथ परफेक्ट लगते हैं।

एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह साल की सबसे अच्छी खबर है। हमारी नेशनल क्रश अब परमानेंटली बुक हो गई है। #ViRoshEngaged”। कई फैंस नेगीता गोविंदमफिल्म के सीन शेयर करते हुए अपनी खुशी जाहिर की, जहां दोनों की शादी का सीक्वेंस था ।

रश्मिका के हालिया सोशल मीडिया पोस्ट्स ने भी इस आग में घी डालने का काम किया है। कुछ दिनों पहले दशहरे के मौके पर उन्होंने साड़ी में एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसे फैंस अब उनकी सगाई की तस्वीर बता रहे हैं।

कुछ फैंस ने उठाए सवाल, बतायाफेक न्यूज

हालांकि, हर कोई इस खबर पर यकीन नहीं कर रहा है। कई लोगों का मानना है कि यह महज एक अफवाह है, जो रश्मिका की आने वाली फिल्मथम्माको प्रमोट करने के लिए फैलाई जा रही है। एक यूजर ने लिखा, “यह सब बकवास है। जब तक विजय या रश्मिका खुद कुछ नहीं कहते, मैं इस पर विश्वास नहीं करूंगा। यह सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट हो सकता है।” 

एक अन्य skeptical फैन ने कमेंट किया, “लोग हर बात पर विश्वास कर लेते हैं। दोनों अपने करियर में इतने बिजी हैं, उन्हें अभी सगाई की क्या जल्दी है? कृपया फेक न्यूज फैलाना बंद करें।

कैसी रही है विजय और रश्मिका की लव स्टोरी?

विजय और रश्मिका की प्रेम कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। इन दोनों की नजदीकियां 2018 में आई सुपरहिट फिल्म गीता गोविंदम के सेट पर बढ़ीं । इस फिल्म में उनकी केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इसके बाद 2019 में आई फिल्म डियर कॉमरेड ने उनके रिश्ते को और भी मजबूत कर दिया ।

छुट्टियों से लेकर डिनर डेट्स तक

हालांकि दोनों ने कभी भी सार्वजनिक रूप से अपने रिश्ते को स्वीकार नहीं किया, लेकिन उन्हें अक्सर एक साथ स्पॉट किया गया है। चाहे वो मुंबई में डिनर डेट्स हों या मालदीव में छुट्टियां मनाना, फैंस की पारखी नजरों ने हमेशा उन्हें एक साथ पकड़ा है । कई बार तो उनकी सोशल मीडिया पोस्ट्स में एक ही लोकेशन देखी गई, जिससे उनके रिलेशनशिप की अफवाहों को और बल मिला।

हमेशा बनाए रखी प्राइवेसी

इतनी अफवाहों के बावजूद, विजय और रश्मिका ने हमेशा अपनी निजी जिंदगी पर चुप्पी साधे रखी। जब भी उनसे उनके रिश्ते के बारे में पूछा गया, उन्होंने या तो सवाल को टाल दिया या फिर एकदूसरे कोसिर्फ अच्छा दोस्तबताया। उनकी यही प्राइवेसी फैंस को और भी ज्यादा उत्सुक करती रही है।

अभी भी बाकी है आधिकारिक घोषणा का इंतजार

इस पूरी कहानी का सबसे बड़ा पहलू यह है कि तो विजय देवरकोंडा और ही रश्मिका मंदाना या उनकी टीमों ने इन खबरों की पुष्टि की है। एंटरटेनमेंट जगत में अक्सर ऐसी खबरें आती रहती हैं, लेकिन जब तक कपल खुद सामने आकर कुछ नहीं कहता, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

फैंस और मीडिया अब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि कब विजय और रश्मिका इस चुप्पी को तोड़ेंगे और अपनी जिंदगी की इस बड़ी खबर को दुनिया के साथ साझा करेंगे।

करियर के मोर्चे पर क्या चल रहा है?

अगर वर्क फ्रंट की बात करें तो दोनों ही सितारे अपने करियर में काफी व्यस्त हैं। रश्मिका मंदाना जल्द ही आयुष्मान खुराना के साथ हॉररकॉमेडी फिल्म थम्मा में नजर आने वाली हैं। इस फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और परेश रावल जैसे दिग्गज कलाकार भी हैं और यह 21 अक्टूबर, 2025 को रिलीज होने वाली है।

वहीं, विजय देवरकोंडा आखिरी बार स्पाई एक्शनथ्रिलरकिंगडममें देखे गए थे और अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं ।

निष्कर्ष: अफवाह या हकीकत?

अंत में, सवाल वहीं का वहीं हैक्या विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना की सगाई की खबर हकीकत है या महज एक अफवाह? मीडिया रिपोर्ट्स और अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि सगाई हो चुकी है और शादी की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। वहीं, कपल की चुप्पी इस मामले को और भी रहस्यमयी बना रही है।

सच जो भी हो, एक बात तो तय है कि यह जोड़ी लाखों दिलों पर राज करती है। अगर यह खबर सच निकलती है, तो यह निश्चित रूप से 2025 की सबसे बड़ी और सबसे खुशी की खबरों में से एक होगी। फिलहाल, हम सभी को बस आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना चाहिए।

Disclaimer: यह लेख मीडिया रिपोर्ट्स, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और आधिकारिक घोषणाओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है। हम किसी भी जानकारी की पूर्ण सटीकता का दावा नहीं करते हैं।

केरल लॉटरी बंपर धमाका: आज कौन बना करोड़पति? Suvarna Keralam SK-21 की विजेता सूची जारी, यहाँ देखें अपना नंबर!

Kerala Lottery Result Today

केरल में आज खुशियों की लहर दौड़ गई है क्योंकि केरल राज्य लॉटरी विभाग ने बहुप्रतीक्षित Suvarna Keralam SK-21 लॉटरी के नतीजों की घोषणा कर दी है। आज, यानी शुक्रवार, 03 अक्टूबर 2025, का दिन किसी के लिए ज़िंदगी बदल देने वाला साबित हुआ है। लाखों लोगों की उम्मीदें इस लॉटरी ड्रा से जुड़ी थीं, और अब इंतज़ार खत्म हो चुका है। 1 करोड़ के बंपर पहले पुरस्कार ने किसी भाग्यशाली विजेता की किस्मत चमका दी है।

यह लॉटरी रिजल्ट सिर्फ कुछ नंबरों का खेल नहीं, बल्कि अनगिनत सपनों के सच होने का प्रतीक है। हर कोई यह जानने के लिए उत्सुक है कि इस बार बंपर लॉटरी का जैकपॉट किसने जीता है। क्या आपका टिकट नंबर विजेताओं की सूची में है? आइए, इस आज के लॉटरी रिजल्ट की पूरी जानकारी और विजेता सूची पर एक नज़र डालते हैं।

Kerala Lottery Result Today 03.10.2025 Live: इंतज़ार खत्म!

आज दोपहर 3 बजे, तिरुवनंतपुरम के गोर्की भवन में Suvarna Keralam SK-21 का लकी ड्रा आयोजित किया गया । पूरी पारदर्शिता और कड़ी निगरानी के बीच, उन भाग्यशाली नंबरों का चयन किया गया जिन्होंने लाखों लोगों की किस्मत का फैसला किया। यह शुक्रवार का ड्रा हमेशा की तरह उत्साह और उम्मीदों से भरा रहा। विभाग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर विजेताओं की पूरी सूची जारी कर दी है, और अब हर कोई अपने टिकट नंबर का मिलान कर रहा है।

Suvarna Keralam SK-21 विजेता सूची (Winner List)

आज के SK-21 रिजल्ट में जिन लोगों ने बाजी मारी है, उनकी पूरी सूची नीचे दी गई है। अपना टिकट निकालें और ध्यान से नंबरों का मिलान करें।

पहला पुरस्कार: 1 करोड़

इस बंपर लॉटरी का सबसे बड़ा पुरस्कार, यानी 1 करोड़, टिकट नंबर RD 823274 ने जीता है । इस विजेता की ज़िंदगी आज से हमेशा के लिए बदल गई है।

दूसरा पुरस्कार: 30 लाख

दूसरा पुरस्कार भी एक बड़ी रकम है। 30 लाख का यह शानदार पुरस्कार टिकट नंबर RM 263475 को मिला है ।

तीसरा पुरस्कार: 5 लाख

तीसरे पुरस्कार के विजेता को 5 लाख की इनामी राशि मिली है। यह पुरस्कार टिकट नंबर RH 254600 के नाम रहा ।सांत्वना पुरस्कार (Consolation Prize): 5,000

जिन लोगों का टिकट नंबर पहले पुरस्कार वाले नंबर से मिलताजुलता है, लेकिन सीरीज़ अलग है, उन्हें निराश होने की ज़रूरत नहीं है। इन सभी टिकट धारकों को 5,000 का सांत्वना पुरस्कार दिया गया है :
RA 823274, RB 823274, RC 823274, RE 823274, RF 823274, RG 823274, RH 823274, RJ 823274, RK 823274, RL 823274, RM 823274

चौथा पुरस्कार: 5,000

इस श्रेणी में 20 भाग्यशाली विजेताओं को 5,000 प्रत्येक का पुरस्कार मिला है। विजेता नंबर इस प्रकार हैं :0825, 1275, 1456, 2176, 2615, 2676, 3614, 3632, 3711, 5413, 5698, 5723, 6006, 6790, 6885, 7345, 9097, 9779, 9799

पांचवां पुरस्कार: 2,000

पांचवें पुरस्कार के तहत 6 विजेताओं को 2,000 प्रत्येक दिए गए हैं। विजेता नंबर हैं :

1510, 3092, 3251, 3999, 5395, 8889

छठा पुरस्कार: 1,000

इस श्रेणी में 30 विजेताओं को 1,000 प्रत्येक का पुरस्कार मिला है ।

सातवां पुरस्कार: 500

सातवें पुरस्कार के रूप में 76 विजेताओं को 500 प्रत्येक दिए गए हैं ।

आठवां पुरस्कार: 200

आठवें पुरस्कार के तहत 92 विजेताओं को 200 प्रत्येक का इनाम मिला है ।

नौवां पुरस्कार: 100

नौवें और अंतिम पुरस्कार श्रेणी में 144 विजेताओं को 100 प्रत्येक का पुरस्कार दिया गया है ।

कैसे करें अपने Kerala Lottery पुरस्कार का दावा?

यदि आपका टिकट नंबर विजेताओं की सूची में है, तो आपको बधाई! अब अगला कदम पुरस्कार राशि का दावा करना है। प्रक्रिया बहुत सरल है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है ।

  1. परिणामों का सत्यापन: सबसे पहले, अपने जीतने वाले नंबर की पुष्टि केरल सरकार के आधिकारिक राजपत्र (Gazette) में प्रकाशित लॉटरी परिणाम से करें ।
  2. टिकट को सुरक्षित रखें: अपने असली विजेता टिकट को बहुत संभालकर रखें। टिकट के दोनों तरफ हस्ताक्षर करें। ध्यान रहे कि टिकट किसी भी तरह से फटना या खराब नहीं होना चाहिए, वरना दावा करने में मुश्किल हो सकती है ।
  3. पुरस्कार राशि के अनुसार प्रक्रिया:
    • 5,000 तक का पुरस्कार: यदि आपकी पुरस्कार राशि 5,000 से कम है, तो आप केरल में किसी भी अधिकृत लॉटरी एजेंट या दुकान से अपनी राशि प्राप्त कर सकते हैं ।
    • 5,000 से अधिक का पुरस्कार: यदि राशि 5,000 से अधिक है, तो आपको अपना टिकट और ज़रूरी दस्तावेज़ लेकर किसी राष्ट्रीयकृत, अनुसूचित या राज्य/जिला सहकारी बैंक या सीधे लॉटरी निदेशालय में जमा करना होगा ।
  1. आवश्यक दस्तावेज़: बड़े पुरस्कारों के लिए दावा करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी 
    • भरा हुआ दावा प्रपत्र (Claim Form) जिस पर रेवेन्यू स्टाम्प लगा हो।
    • ओरिजिनल विजेता टिकट (दोनों तरफ हस्ताक्षर के साथ)
    • एक राजपत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापित दो पासपोर्ट आकार के फोटो।
    • पैन कार्ड की सेल्फअटेस्टेड कॉपी (टैक्स संबंधी उद्देश्यों के लिए अनिवार्य)
    • एक वैध पहचान पत्र (आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, या ड्राइविंग लाइसेंस)
  1. दावा करने की समयसीमा: ध्यान दें कि पुरस्कार का दावा ड्रॉ की तारीख से 30 दिनों के भीतर करना अनिवार्य है ।

निष्कर्ष

केरल लॉटरी हर हफ्ते लाखों लोगों के लिए उम्मीद की एक नई किरण लेकर आती है। Suvarna Keralam SK-21 के आज के नतीजों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि किस्मत कभी भी, किसी पर भी मेहरबान हो सकती है। हम 1 करोड़ के विजेता सहित सभी भाग्यशाली विजेताओं को तहे दिल से बधाई देते हैं। जो लोग इस बार नहीं जीत पाए, उन्हें निराश होने की कोई ज़रूरत नहीं है, क्योंकि अगला लकी ड्रा बस कुछ ही दिन दूर है।

अस्वीकरण: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं पर आधारित है और केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है। विजेताओं को सलाह दी जाती है कि वे पुरस्कार का दावा करने से पहले केरल सरकार के आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित परिणामों से अपने टिकट नंबरों का मिलान अवश्य कर लें।

खुशखबरी! RRB ALP Result 2025 हुआ जारी, लाखों उम्मीदवारों का इंतजार खत्म, इस डायरेक्ट लिंक से तुरंत चेक करें अपना नाम!

RRB ALP Result 2025

नमस्ते दोस्तों!

रेलवे में नौकरी पाने का सपना देखने वाले लाखों युवाओं के लिए आज एक बहुत बड़ी और अच्छी खबर आई है। लंबे इंतजार के बाद, रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने आखिरकार असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) भर्ती 2025 के लिए कंप्यूटरबेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट (CBAT) का परिणाम घोषित कर दिया है । जिन उम्मीदवारों ने यह महत्वपूर्ण परीक्षा दी थी, वे अब अपनी मेहनत का फल देख सकते हैं। यह परिणाम भारतीय रेलवे के विभिन्न जोनों में हजारों पदों पर भर्ती का दरवाजा खोलेगा ।

यह उन सभी परीक्षार्थियों के लिए एक निर्णायक क्षण है, जो इस प्रतिष्ठित पद के लिए महीनों से तैयारी कर रहे थे। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको RRB ALP Result 2025 से जुड़ी हर छोटीबड़ी जानकारी देंगे, जैसे कि रिजल्ट कैसे चेक करें, स्कोरकार्ड में क्या खास है, और अब आगे क्या होगा।

RRB ALP CBAT Result 2025: इंतजार हुआ खत्म

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने 1 अक्टूबर 2025 को आधिकारिक तौर पर RRB ALP CBAT Result जारी कर दिया है । यह परिणाम उन परीक्षाओं के लिए है जो इस साल 15 जुलाई और 31 अगस्त को आयोजित की गई थीं । इस भर्ती अभियान के माध्यम से देश भर में असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) के लगभग 9,970 रिक्त पदों को भरा जाना है ।

बोर्ड ने सभी रीजनल आरआरबी वेबसाइटों पर एक प्रोविजनल शॉर्टलिस्ट जारी की है, जिसमें उन उम्मीदवारों के रोल नंबर शामिल हैं, जिन्हें अगले चरण के लिए चुना गया है । यह परिणाम सिर्फ एक लिस्ट नहीं है, बल्कि यह हजारों युवाओं के सपनों की पहली सीढ़ी है।

स्कोरकार्ड हुआ उपलब्ध

उम्मीदवारों के लिए CBAT scorecard 1 अक्टूबर 2025 को शाम 7 बजे से डाउनलोड के लिए उपलब्ध करा दिया गया है और यह अगले 15 दिनों तक वेबसाइट पर मौजूद रहेगा । अपने स्कोरकार्ड को देखने के लिए, उम्मीदवारों को अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि का उपयोग करके लॉग इन करना होगा ।

कैसे चेक करें अपना RRB ALP Result 2025?

अगर आपने भी यह परीक्षा दी थी, तो आप नीचे दिए गए आसान स्टेप्स का पालन करके अपना परिणाम देख सकते हैं। हमने प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए इसे स्टेपबायस्टेप समझाया है।

स्टेप 1: ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं

सबसे पहले, आपको अपने संबंधित रीजनल आरआरबी वेबसाइट पर जाना होगा। उदाहरण के लिए, आरआरबी चंडीगढ़ (rrbcdg.gov.in), आरआरबी मुंबई, आरआरबी भोपाल आदि ।rrbcdg+1

स्टेप 2: रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें

होमपेज पर, आपकोCEN-01/2024 Result of 3rd Stage CBAT for Assistant Loco Pilotsया इससे मिलताजुलता लिंक दिखाई देगा इस लिंक पर क्लिक करें।timesofindia.indiatimes

स्टेप 3: अपना रोल नंबर खोजें

लिंक पर क्लिक करने के बाद, शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के रोल नंबर वाली एक PDF फाइल खुलेगी । आप इस PDF में अपना रोल नंबर खोजने के लिए ‘Ctrl + F’ का उपयोग कर सकते हैं।timesofindia.indiatimes

स्टेप 4: रिजल्ट PDF डाउनलोड करें

भविष्य के संदर्भ के लिए इस PDF फाइल को डाउनलोड करें और सहेज कर रखें। यह आपके रिकॉर्ड के लिए महत्वपूर्ण है।

स्कोरकार्ड में क्याक्या जानकारी मिलेगी?

आपका RRB ALP CBAT scorecard सिर्फ पास या फेल नहीं बताता, बल्कि इसमें कई महत्वपूर्ण डिटेल्स होती हैं। आधिकारिक सूचना के अनुसार, इसमें निम्नलिखित जानकारी शामिल है :

  • टेस्ट बैटरीवाइज T-Score: एप्टीट्यूड टेस्ट के हर सेक्शन में आपका प्रदर्शन।
  • कम्पोजिट T-Score: सभी सेक्शन का संयुक्त स्कोर।
  • 30 में से स्कोर: ALP मेरिट के लिए 30% वेटेज के साथ आपका स्कोर।

यह जानना महत्वपूर्ण है कि CBAT को क्वालिफाई करने के लिए, उम्मीदवारों को प्रत्येक टेस्ट बैटरी में न्यूनतम 42 का T-Score हासिल करना अनिवार्य है । अंतिम मेरिट लिस्ट दूसरे चरण के सीबीटी (70% वेटेज) और सीबीएटी (30% वेटेज) में प्राप्त अंकों को मिलाकर तैयार की जाएगी ।

अगले चरण: डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) और मेडिकल परीक्षा

जिन उम्मीदवारों का रोल नंबर शॉर्टलिस्ट में है, उन्हें अब भर्ती प्रक्रिया के अगले और अंतिम चरणों के लिए तैयार रहना होगा।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) की तैयारी

CBAT में सफल होने वाले उम्मीदवारों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) के लिए बुलाया जाएगा । इसके लिए तारीख, समय और स्थान की जानकारी कॉल लेटर (e-call letter) के माध्यम से दी जाएगी, जिसे आप आरआरबी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे । आपको ईमेल और एसएमएस के जरिए भी सूचित किया जाएगा।jagranjosh+1

DV के लिए, आपको निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखने होंगे:

  • सभी मूल प्रमाण पत्र (शैक्षिक योग्यता, जाति प्रमाण पत्र, आदि)
  • सभी दस्तावेजों की सेल्फअटेस्टेड फोटोकॉपी के दो सेट।
  • oirm.gov.in/rrbdv पर अपलोड करने के लिए दस्तावेजों, फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन की हुई प्रतियां ।

मेडिकल एग्जामिनेशन

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के ठीक अगले दिन, उम्मीदवारों को नामित रेलवे अस्पतालों में मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए भेजा जाएगा । यह सुनिश्चित करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है कि उम्मीदवार असिस्टेंट लोको पायलट की भूमिका के लिए चिकित्सकीय रूप से फिट हैं।

महत्वपूर्ण जानकारी और चेतावनी

रेलवे भर्ती बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि शॉर्टलिस्ट किए गए सभी उम्मीदवारों की उम्मीदवारी पूरी तरह से प्रोविजनल (provisional) है। यदि किसी भी स्तर पर दस्तावेजों में कोई विसंगति या किसी भी तरह की कोई धोखाधड़ी पाई जाती है, तो उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है ।

इसके अलावा, बोर्ड ने उम्मीदवारों को दलालों और बिचौलियों से सावधान रहने की चेतावनी दी है जो अवैध रूप से नौकरी दिलाने का वादा करते हैं । भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से मेरिट पर आधारित है।

निष्कर्ष

RRB ALP Result 2025 का जारी होना उन लाखों युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है जो भारतीय रेलवे में अपना करियर बनाना चाहते हैं। सफल उम्मीदवारों को हमारी ओर से बहुतबहुत बधाई! अब आप बिना किसी देरी के अगले चरणों की तैयारी में जुट जाएं। जिन उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाया है, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। अपनी मेहनत जारी रखें, क्योंकि भविष्य में और भी मौके आपका इंतजार कर रहे हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई सभी जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं पर आधारित है। यह केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक आरआरबी वेबसाइटों को नियमित रूप से देखें।

अमेरिकी टैरिफ की तलवार: RBI गवर्नर ने दी बड़ी चेतावनी, क्या थम जाएगी भारत की रफ़्तार? जानें पूरा विश्लेषण!

ट्रंप टैरिफ का भारत पर असर

आज की सबसे बड़ी आर्थिक खबर सीधे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से आ रही है, जहाँ गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अपनी हालिया मौद्रिक नीति समीक्षा में कुछ ऐसी बातें कही हैं जिसने उद्योग जगत से लेकर आम आदमी तक के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। एक तरफ जहाँ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ट्रंप ट्रेड वॉर को आगे बढ़ाते हुए US टैरिफ का दायरा बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भारत की आर्थिक मजबूती की परीक्षा की घड़ी आ गई है।

संजय मल्होत्रा ने साफ तौर पर व्यापार और टैरिफ से जुड़े जोखिमों को भारत की विकास गाथा के लिए एक बड़ी चुनौती बताया है। हालाँकि, उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था के लचीलेपन पर पूरा भरोसा भी जताया है। इस पूरे मामले का भारत की तरक्की, आपकी जेब और भविष्य पर क्या असर पड़ सकता है? आइए, इस बड़ी खबर का हर पहलू आसान भाषा में समझते हैं।

क्या है RBI गवर्नर का बड़ा और अहम बयान?

बुधवार को अपनी मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए, RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “मौजूदा वैश्विक अनिश्चितताओं और टैरिफ से जुड़े घटनाक्रमों के कारण वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही (H2:2025-26) और उसके बाद विकास की गति धीमी होने की संभावना है।

यह बयान उस समय आया है जब भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है।दूसरी छमाहीका मतलब है अक्टूबर 2025 से मार्च 2026 तक की अवधि। यानी, आने वाले महीनों में हमें आर्थिक मोर्चे पर कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, और इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका द्वारा लगाए गए भारीभरकम टैरिफ हैं।

ट्रंप काटैरिफवाला दांव, भारत पर कितना असर?

यह समझने के लिए कि RBI गवर्नर क्यों चिंतित हैं, हमें पहले ट्रंप प्रशासन के हालिया फैसलों को समझना होगा। ये कोई छोटेमोटे टैक्स नहीं हैं, बल्कि एक सोचीसमझी व्यापारिक रणनीति का हिस्सा हैं, जिसे ट्रंप ट्रेड वॉर भी कहा जा रहा है।

50% टैरिफ का पूरा गणित

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारतीय निर्यातों पर 50% का भारीभरकम टैरिफ लगाया है । यह दो हिस्सों में बंटा है:

  1. 25% ‘पारस्परिक टैरिफ‘ (Reciprocal Tariffs): यह अमेरिका का तर्क है कि वह भारतीय उत्पादों पर उतना ही टैरिफ लगा रहा है जितना भारत अमेरिकी उत्पादों पर लगाता है।
  2. 25% अतिरिक्त टैरिफ: यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से कच्चा तेल खरीदने के कारण एक तरह की सजा के तौर पर लगाया गया है ।

यह स्थिति तब और भी जटिल हो जाती है जब भारतअमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है, लेकिन रूस से तेल खरीदने और अमेरिकी कृषि और डेयरी उत्पादों के लिए भारतीय बाजार को पूरी तरह खोलने जैसे मुद्दों पर गतिरोध बना हुआ है.

क्या भारतीय निर्यात पर पड़ेगा सीधा असर?

RBI गवर्नर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इन टैरिफ से भारत के निर्यात में कमी आएगी । निर्यात किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण इंजन होता है। जब हमारे देश में बना सामान दूसरे देशों में बिकता है, तो देश में विदेशी मुद्रा (डॉलर) आती है और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलता है।

संजय मल्होत्रा ने अपने नीतिगत बयान में कहा, “जारी टैरिफ और व्यापार नीति की अनिश्चितताएं बाहरी मांग को प्रभावित करेंगी।इसका सीधा मतलब है कि अमेरिका, जो भारतीय सामानों का एक बहुत बड़ा खरीदार है, अब टैरिफ की वजह से कम खरीदारी कर सकता है, जिससे हमारे निर्यातकों को नुकसान होगा।

GDP ग्रोथ पर टैरिफ का साया

जब निर्यात प्रभावित होता है, तो इसका सीधा असर देश की कुल आय, यानी GDP (सकल घरेलू उत्पाद) पर पड़ता है। RBI ने इसी जोखिम को ध्यान में रखते हुए अपने GDP विकास के अनुमानों में एक दिलचस्प बदलाव किया है।

एक तरफ, अच्छी खबर यह है कि RBI ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की GDP विकास दर का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है । यह बढ़ोतरी भारत की अर्थव्यवस्था की आंतरिक मजबूती को दर्शाती है।

लेकिन, सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि भविष्य के लिए अनुमान थोड़े निराशाजनक हैं। गवर्नर के अनुसार, US टैरिफ के कारण आगे की तिमाहियों में ग्रोथ धीमी रह सकती है। RBI ने अनुमान लगाया है कि हालिया GST दर कटौती भी 50% US टैरिफ के प्रभाव को पूरी तरह से बेअसर करने के लिए पर्याप्त नहीं होगी ।

तिमाहीदरतिमाही ग्रोथ का अनुमान

  • Q2 (जुलाईसितंबर 2025): 7.0%
  • Q3 (अक्टूबरदिसंबर 2025): 6.4%
  • Q4 (जनवरीमार्च 2026): 6.2%
  • Q1 (अप्रैलजून 2026): 6.4%

आप देख सकते हैं कि दूसरी तिमाही के बाद ग्रोथ के अनुमानों में गिरावट है। संजय मल्होत्रा ने स्पष्ट किया किआगे के अनुमानों में यह कमी मुख्य रूप से व्यापार से संबंधित बाधाओं (trade related headwinds) के कारण है।

मुश्किलों के बीच भारत कीआर्थिक ढाल

हालांकि US टैरिफ और वैश्विक अनिश्चितताएं एक बड़ी चुनौती हैं, लेकिन RBI गवर्नर ने उन कारणों पर भी प्रकाश डाला जिनकी वजह से भारत की अर्थव्यवस्था इन झटकों को झेलने में सक्षम है। इसे हम भारत कीआर्थिक ढालकह सकते हैं, जो कई मजबूत स्तंभों पर टिकी है।

घरेलू ताकत और सरकार के सुधार

संजय मल्होत्रा ने विश्वास जताया कि आर्थिक विकास का दृष्टिकोण घरेलू चालकों (domestic drivers) द्वारा समर्थित है और लचीला बना हुआ है । इसका मतलब है कि हमारी अर्थव्यवस्था केवल निर्यात पर निर्भर नहीं है, बल्कि देश के भीतर की मांग भी बहुत मजबूत है।

इस मजबूती के पीछे कई कारण हैं:

  • अनुकूल मानसून: एक अच्छा मानसून ग्रामीण मांग को बढ़ाता है, जिससे ट्रैक्टर, FMCG उत्पाद और अन्य सामानों की बिक्री बढ़ती है ।
  • कम मुद्रास्फीति (Lower Inflation): महंगाई दर में कमी से लोगों की खरीदने की क्षमता बढ़ती है और वे अधिक खर्च करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं ।
  • मौद्रिक नीति में ढील (Monetary Easing): पिछले कुछ समय में RBI द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती का असर अब दिख रहा है, जिससे लोन सस्ते हुए हैं ।
  • GST सुधार: गवर्नर ने विशेष रूप से GST सुधारों के सकारात्मक प्रभाव का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि GST को तर्कसंगत बनाने जैसे कदम बाहरी बाधाओं के प्रतिकूल प्रभावों को कुछ हद तक कम करने में मदद करेंगे । प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित अन्य नीतिगत सुधार भी इस प्रभाव को कम करने में सहायक होंगे ।

विदेशी मुद्रा भंडार और चालू खाता घाटा

भारत की आर्थिक मजबूती का एक और बड़ा प्रमाण हमारा विदेशी मुद्रा भंडार है। गवर्नर ने बताया कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700.2 बिलियन डॉलर के मजबूत स्तर पर है, जो 11 महीनों के आयात बिल को कवर करने के लिए पर्याप्त है । यह किसी भी बाहरी आर्थिक झटके से निपटने के लिए एक बड़े कुशन की तरह काम करता है।

इसके अलावा, विदेश में काम करने वाले भारतीयों द्वारा भेजे जाने वाले पैसे (strong remittance) से चालू खाता घाटा (Current Account Deficit) को टिकाऊ स्तर पर रखने में मदद मिलने की उम्मीद है ।

मौद्रिक नीति में क्यों नहीं हुआ बदलाव?

इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए, RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने सर्वसम्मति से रेपो रेट को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया । रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है, और यह आपके होम लोन, कार लोन और अन्य कर्जों की EMI को सीधे प्रभावित करता है।

दरों में कोई बदलाव न करने के पीछे RBI का तर्क बहुत विवेकपूर्ण है। संजय मल्होत्रा ने समझाया:

  1. पहले के फैसलों का असर: RBI पहले ही ब्याज दरों में कटौती कर चुका है, और समिति अभी यह देखना चाहती है कि उन कटौतियों और सरकार के राजकोषीय उपायों का जमीन पर पूरा असर क्या होता है ।
  2. अनिश्चितता का माहौल: व्यापार संबंधी अनिश्चितताएं अभी भी सामने आ रही हैं। ऐसे में, MPC ने कोई भी अगला कदम उठाने से पहले स्थिति के और अधिक स्पष्ट होने का इंतजार करना उचित समझा ।

संक्षेप में, RBI ‘देखो और इंतजार करोकी नीति अपना रहा है ताकि वह किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहे।

भविष्य का रास्ता और निष्कर्ष

RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का संदेश स्पष्ट है: आने वाले दिन चुनौतियों से भरे हो सकते हैं, लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है। US टैरिफ और ट्रंप ट्रेड वॉर निश्चित रूप से भारतीय निर्यात और GDP विकास के लिए एक जोखिम हैं, और हमें दूसरी छमाही में विकास की धीमी गति के लिए तैयार रहना पड़ सकता है।

हालांकि, भारत की अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत है। मजबूत घरेलू मांग, सरकार द्वारा किए गए GST जैसे संरचनात्मक सुधार, अनुकूल मानसून और एक विशाल विदेशी मुद्रा भंडार हमें इन वैश्विक तूफानों का सामना करने की ताकत देते हैं । RBI की सतर्क और विवेकपूर्ण मौद्रिक नीति भी इस स्थिरता को बनाए रखने में मदद कर रही है।

आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतअमेरिका व्यापार वार्ता क्या मोड़ लेती है और क्या टैरिफ का यह बादल छंटता है। तब तक, भारत अपनी आंतरिक शक्तियों के दम पर आगे बढ़ने के लिए तैयार है।

अस्वीकरण: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं से मिली जानकारी पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है।

छह साल में सबसे गंभीर US Government Shutdown! 7.5 लाख कर्मचारियों की छुट्टी, ट्रंप का बड़ा फैसला

US Government Shutdown 2025

छह साल में सबसे गंभीर अमेरिकी सरकारी शटडाउन: 7.5 लाख कर्मचारियों पर संकट

अमेरिका में एक बार फिर Government Shutdown की स्थिति बन गई है, जो छह साल में सबसे गंभीर मानी जा रही है । बुधवार को US Federal Government का शटडाउन हो गया, जिसकी वजह राष्ट्रपति Donald Trump और Congress के बीच spending bill को लेकर समझौता न हो पाना है । इस Government Shutdown 2025 के कारण हजारों Federal Employees को बिना वेतन के घर भेजा जा रहा है, और कई सरकारी कार्यालय अस्थायी रूप से या हमेशा के लिए बंद हो सकते हैं ।

क्यों हुआ यह शटडाउन?

यह अमेरिकी सरकार का शटडाउन तब अवश्यंभावी हो गया जब Senate Democrats ने Republican योजना को ब्लॉक कर दिया, जो सरकार को 21 नवंबर तक funded रखने के लिए थी । इसके बाद Republicans ने Democratic प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें अक्टूबर के अंत तक funding बढ़ाने और Healthcare के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की राशि शामिल थी ।

Senate की voting में गहरी partisan divides दिखीं GOP measure 55-45 से हार गया, जिसके लिए 60 votes की जरूरत थी, जबकि Democratic plan 53-47 से fail हो गया इस vote के बाद, White House के budget director Russell Vought ने federal agencies को “orderly shutdown के लिए अपनी योजनाओं को execute करनेका निर्देश दिया

2025 का शटडाउन क्यों है ज्यादा गंभीर?

Federal Employees पर प्रभाव

इस US Government Shutdown में लगभग 750,000 federal employees के furlough होने की उम्मीद है, जिनमें से कुछ को permanent layoffs का सामना करना पड़ सकता है Essential workers जैसे कि air traffic controllers, TSA personnel, military members, और ICE agents काम करते रहेंगे लेकिन शटडाउन खत्म होने तक उन्हें वेतन नहीं मिलेगा

Social Security, Medicare, और Medicaid की payments जारी रहेंगी, हालांकि इससे जुड़ी कुछ सेवाएं धीमी हो सकती हैं Pentagon ने चेतावनी दी है कि लगभग 2 million active-duty troops, जिसमें US शहरों में deployed National Guard members भी शामिल हैं, को बिना वेतन के काम करने पर मजबूर किया जा सकता है

White House का चेतावनी भरा मैसेज

White House के Office of Management and Budget (OMB) ने agencies को केवल temporary furloughs के लिए बल्कि permanent layoffs के लिए भी तैयार रहने की चेतावनी दी है यह memo agencies को उन programs के लिए reduction-in-force notices जारी करने का निर्देश देता है जिनकी funding समाप्त हो जाएगी और जोराष्ट्रपति की प्राथमिकताओं के consistent नहीं हैं

प्रमुख Federal Offices पर प्रभाव

स्वास्थ्य विभाग में व्यापक प्रभाव

FDA animal food के लिए pre-market safety reviews को रोक सकती है, जिससे मांस, दूध और अंडों को खतरा हो सकता है Department of Health and Human Services अपने 47,257 employees में से लगभग 32,460 को furlough करेगा

Centers for Disease Control and Prevention केवल 36% staff को बनाए रखेगा, जबकि National Institutes of Health 24% को रखेगा, और कई बिना वेतन के काम करेंगे यह healthcare system के लिए गंभीर चुनौती है।

न्याय और श्रम विभाग में बदलाव

Justice Department essential functions जारी रखेगा लेकिन civil litigation और कुछ immigration hearings को स्थगित किया जा सकता है Labor Department का data collection रुक जाएगा, जिसमें आने वाली jobs report भी शामिल है

WIC programmes, जो low-income महिलाओं और बच्चों को support करते हैं, को funding की कमी का सामना करना पड़ सकता है अगर शटडाउन एक सप्ताह से अधिक चले ।

पर्यटन और संस्कृति पर प्रभाव

National parks और Smithsonian museums बंद हो सकते हैं, जबकि federal courts अपने operations को कम कर सकते हैं हालांकि, US Supreme Court काम करता रहेगा, क्योंकि कानून के अनुसार justices की तनख्वाह नहीं काटी जा सकती

Trump का विवादास्पद बयान

“Democratic Things से छुटकारा पाना

अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने कहा है कि यह शटडाउन फायदेमंद है क्योंकि यह “Democratic things से छुटकारा पाने में मदद करेगा । मंगलवार को White House से बोलते हुए, MAGA leader ने कहा, “हम उन चीजों से छुटकारा पा सकते हैं जो हमें नहीं चाहिए थीं, और वे Democrat चीजें होंगी

Trump ने “irreversible और bad चीजों की चेतावनी भी दी, जिसमें federal employees की layoffs शामिल हो सकती हैं यह Trump की presidency के दौरान तीसरा government shutdown है

Political Strategy के रूप में शटडाउन

Trump ने बारबार शटडाउन को Democrats के खिलाफ leverage के रूप में highlight किया है, जिसमें federal employees को punish करने और अपने policy agenda को आगे बढ़ाने की धमकियां भी शामिल हैं दूसरी ओर, Democrats ने healthcare funding और Affordable Care Act subsidies को बनाए रखने पर फोकस किया है, जो एक ऐसा मुद्दा है जिस पर polls के अनुसार public support है

आर्थिक प्रभाव की गंभीरता

Economic Fallout के संकेत

Observers चेतावनी दे रहे हैं कि economic fallout गंभीर हो सकता है 2018-2019 के shutdown के दौरान, Congressional Budget Office का अनुमान था कि लगभग 3 billion डॉलर की economic activity खो गई थी और कभी recover नहीं हुई

यह US Government Shutdown 2025 केवल federal employees को प्रभावित कर रहा है बल्कि पूरी American economy पर भी असर डाल सकता है। Government services की कमी से businesses, contractors, और सामान्य जनता को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Federal Workforce में बदलाव

OMB ने पहले federal workforce को कम करने के प्रयासों का नेतृत्व किया है, जो Elon Musk के “department of government efficiency” से जुड़े broader government efficiency campaign का हिस्सा है Federal employees जो layoffs execute करने के लिए जिम्मेदार हैं, वे shutdown के दौरान काम करते रहेंगे, और furloughed employees को notices प्राप्त करने के लिए government computers तक पहुंच की अनुमति होगी

लंबे समय तक चलने वाले परिणाम

Democracy पर प्रभाव

Democrats और Republicans के बीच finger-pointing से American democracy की भावना और हिल गई है, खासकर दुनिया की सबसे शक्तिशाली nations में से एक में यह political polarization का स्पष्ट उदाहरण है जो अमेरिकी राजनीति में गहराता जा रहा है।

International Impact

यह US Government Shutdown केवल domestic मामलों को प्रभावित करता है बल्कि America की international credibility पर भी सवाल उठाता है। जब दुनिया का सबसे बड़ा economy वाला देश अपनी government को fund नहीं कर सकता, तो यह global markets और international relations पर भी प्रभाव डालता है।

Healthcare System पर दीर्घकालिक प्रभाव

Healthcare subsidies और Medicaid cuts को लेकर विवाद का मतलब है कि millions Americans की healthcare access खतरे में है। यह खासकर उन लोगों के लिए चिंता की बात है जो government-funded healthcare programs पर निर्भर हैं।

आगे की राह

यह Government Shutdown 2025 दिखाता है कि American political system में कितनी गहरी divides हैं। Bipartisan cooperation की कमी केवल federal employees को प्रभावित कर रही है बल्कि पूरे nation की functioning को भी बाधित कर रही है।

Essential services जारी रहने के बावजूद, non-essential functions का रुकना America की government efficiency पर सवाल खड़े करता है। Trump administration का यह approach दिखाता है कि political priorities कैसे public service पर हावी हो सकती हैं।

इस situation का resolution Congress और White House के बीच meaningful dialogue और compromise पर निर्भर करेगा। तब तक, 750,000 federal employees और millions Americans को इस political standoff का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

Disclaimer: यह जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं पर आधारित है और केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक सरकारी sources की जांच करें।

KDA का केंद्र से बातचीत इनकार: सोनम वांगचुक की रिहाई तक नहीं होगी वार्ता, न्यायिक जांच की मांग

KDA केंद्र बातचीत इनकार सोनम वांगचुक न्यायिक जांच

लद्दाख में राजनीतिक संकट: KDA का केंद्र से बातचीत का बहिष्कार

कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA) ने केंद्र सरकार के साथ होने वाली वार्ता से तब तक इनकार कर दिया है जब तक कि जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और अन्य गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को रिहा नहीं किया जाता. यह निर्णय लेह में हुई फायरिंग की घटना की न्यायिक जांच की मांग के साथ आया है, जिसमें चार प्रदर्शनकारियों की मृत्यु हो गई थी.

KDA की शर्तें और मांगें

KDA के सहअध्यक्ष आसगर अली करबलाई ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए स्पष्ट रूप से कहा किजब तक सोनम वांगचुक की रिहाई नहीं होती, गिरफ्तारियां बंद नहीं होतीं और 24 सितंबर की घटना की न्यायिक जांच शुरू नहीं होती, हम केंद्र के साथ किसी भी चर्चा का हिस्सा नहीं बनेंगे“. KDA ने सरकार द्वारा लद्दाखी प्रदर्शनकारियों कोराष्ट्र विरोधीबताए जाने की भी निंदा की है.

करबलाई ने कहा, “हमें देशभक्ति के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। लद्दाखियों को राष्ट्र विरोधी बताना बंद करें“. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लद्दाख में अनुकूल माहौल बहाली के बाद ही वार्ता संभव हो सकेगी.

24 सितंबर की घातक घटना का विवरण

24 सितंबर 2025 को लेह में राज्यता की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें सुरक्षा बलों की फायरिंग से चार लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हुए. मृतकों में एक पूर्व सैनिक त्सेवांग थारचिम भी शामिल था, जिसके पिता त्सेरिंग नामग्याल ने 32 साल तक देश की सेवा की थी.

प्रदर्शनकारियों ने भाजपा का मुख्यालय, हिल काउंसिल कार्यालय और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. पुलिस और सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और फायरिंग का सहारा लिया. इस घटना के बाद लेह में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया था.

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और NSA का प्रयोग

जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को 25-26 सितंबर को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया. वांगचुक को राजस्थान के जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया है, जहां उन्हें उच्च सुरक्षा वार्ड में 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी में रखा जा रहा है.

लद्दाख प्रशासन ने मंगलवार को वांगचुक के खिलाफचुड़ैल का शिकारके आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमविश्वसनीय इनपुट और दस्तावेजोंपर आधारित थे. प्रशासन ने आत्मविश्वास जताया किमिलकर हम शांतिप्रिय लेह टाउनशिप में सामान्य स्थिति बहाल करेंगे और अपनी बातचीत की प्रक्रिया जारी रखेंगे“.

Apex Body Leh का समर्थन और एकजुट मोर्चा

लेह एपेक्स बॉडी (LAB) ने भी सोमवार को केंद्र के साथ बातचीत स्थगित करने का निर्णय लिया था. LAB के नेता थुपस्तान छेवांग और छेरिंग दोर्जे ने मांग की कि सभी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को बिना शर्त रिहा किया जाए और फायरिंग की घटना की निष्पक्ष जांच हो.

6 अक्टूबर को गृह मंत्रालय की उच्चाधिकार प्राप्त समिति के साथ निर्धारित बातचीत अब स्थगित हो गई है. KDA और LAB दोनों संगठनों ने स्पष्ट किया है कि वे संवाद के लिए खुले हैं, लेकिन केवल अपनी शर्तों के पूरा होने के बाद.

राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक प्रतिक्रिया

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लेह में नागरिकों की हत्या की न्यायिक जांच की मांग की है. राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “हम इन हत्याओं की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग करते हैं और दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। मोदी जी, आपने लद्दाख के लोगों के साथ विश्वासघात किया है“.

माकपा (मुक्ति) ने भी सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसेचुड़ैल का शिकारबताया है. पार्टी ने कहा कि यह गिरफ्तारी सरकार कीचुड़ैलशिकार की मानसिकताको उजागर करती है.

लद्दाख राज्यता आंदोलन की पृष्ठभूमि

लद्दाख में राज्यता और छठी अनुसूची की मांग का आंदोलन पिछले कई सालों से चल रहा है. अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था, लेकिन स्थानीय लोगों की मांग है कि उन्हें पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए.

सोनम वांगचुक इस आंदोलन के प्रमुख चेहरे हैं और उन्होंने लद्दाख की सुरक्षा और पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के लिए लगातार संघर्ष किया है. सरकार ने आरोप लगाया है कि वांगचुक केउकसाने वाले बयानऔर राजनीतिक रूप से प्रेरित समूहों की गतिविधियों ने प्रदर्शनकारियों को भड़काया.

सुरक्षा एजेंसियों का पक्ष

लद्दाख पुलिस प्रमुख एस.डी. सिंह जमवाल ने शनिवार को दावा किया था कि सुरक्षा बलों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की थी क्योंकि 5,000-6,000 लोगों की भीड़ लेह हिल डेवलपमेंट काउंसिल कार्यालय की ओर बढ़ रही थी और उन्हें खतरा महसूस हुआ था.

लद्दाख प्रशासन ने गुरुवार को वांगचुक द्वारा स्थापित SECMOL संस्था का विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम लाइसेंस भी रद्द कर दिया था. प्रशासन ने कहा कि हिंसा के मद्देनजर अधिनियम के कई उल्लंघन हुए हैं.

आगे की चुनौतियां और संभावनाएं

KDA और LAB के इस निर्णय से लद्दाख में राजनीतिक संकट और गहरा गया है. दोनों संगठनों ने अहिंसक प्रदर्शन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और चेतावनी दी है कि लद्दाख को संघर्ष क्षेत्र नहीं बनना चाहिए.

KDA की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की नियुक्ति फायरिंग की जांच के लिए हो, गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए और सोनम वांगचुक के खिलाफ आरोप वापस लिए जाएं. करबलाई ने कहा, “हमारी मांगें वैध और न्यायसंगत हैं। बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं हो सकती“.

वर्तमान में लेह में कर्फ्यू में छूट दी गई है लेकिन तनाव बना हुआ है. न्यायिक जांच के लिए बढ़ता दबाव और राजनीतिक दलों का समर्थन इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर ले आया है.

अस्वीकरण: यह जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं से ली गई है तथा केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। सभी तथ्य संबंधित अधिकारियों और समाचार स्रोतों से प्राप्त हैं।

चीन का Beijing Military City: दुनिया का सबसे बड़ा War Bunker बनेगा 2027 तक!

Beijing Military City

चीन एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियों में है, लेकिन इस बार व्यापार या राजनीति के लिए नहीं, बल्कि Beijing Military City नामक एक विशाल सैन्य परियोजना के कारण। यह underground command center न केवल अमेरिका के Pentagon से 10 गुना बड़ा होगा, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा war bunker भी बनेगा ।

Beijing Military City क्या है?

Beijing Military City चीन की एक महत्वाकांक्षी military infrastructure project है जो Beijing के दक्षिणपश्चिम में लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर निर्माणाधीन है। यह 1500 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है और 2024 के मध्य से इसका निर्माण तेज़ी से चल रहा है ।

परियोजना का आकार और स्केल

Satellite images से पता चला है कि यह military command center अमेरिका के Pentagon से कम से कम 10 गुना बड़ा होगा। वर्तमान में निर्माण स्थल पर 100 से अधिक cranes काम कर रही हैं, जो इस परियोजना के विशाल आकार को दर्शाता है ।

Underground Infrastructure और Nuclear-Proof Bunker

Deep Underground Facilities

US intelligence officials के अनुसार, Beijing Military City में गहरे underground tunnels और nuclear-resistant bunkers का निर्माण हो रहा है। ये bombproof bunkers चीनी सैन्य नेतृत्व को nuclear attack के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं

Advanced Security Features

यह fortified bunker अमेरिकी ‘bunker buster’ munitions और nuclear strikes से बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा। Concrete-reinforced underground spaces और deep excavations इस facility की विशेषता हैं

Strategic Purpose और Military Goals

Wartime Command Center

Beijing Military City को wartime command center के रूप में डिज़ाइन किया जा रहा है जो People’s Liberation Army (PLA) के सभी विभागोंArmy, Navy, Air Force, और Cyber Army के operations को integrate करेगा

Western Hills Complex का Replacement

यह नई facility Cold War के दौरान बने Western Hills complex को replace करेगी, जो वर्तमान में चीन का मुख्य secure command center है

Xi Jinping के Military Modernization Goals

2027 का Target

Chinese President Xi Jinping ने 2027 तक चीनी सेना को modernize करने का लक्ष्य रखा है, जो People’s Liberation Army की centenary का वर्ष भी है। Beijing Military City इसी military modernization program का हिस्सा है

Nuclear Capabilities Enhancement

चीन अपनी nuclear arsenal को भी बढ़ा रहा है। Pentagon estimates के अनुसार, चीन के पास 600 से अधिक operational nuclear warheads हैं और 2035 तक यह संख्या 1500 तक पहुंच सकती है

International Concerns और Global Implications

World War 3 Fears

यह massive military complex अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में World War 3 की चिंताओं को बढ़ा रहा है। US, Japan, India, South Korea, और Taiwan जैसे देश इस development को लेकर चिंतित हैं

Regional Security Challenges

Beijing Military City South China Sea और Taiwan के मुद्दों पर चीन की बढ़ती military ambitions को दर्शाता है। यह facility चीन की defensive और offensive capabilities दोनों को enhance करेगी

Construction Details और Timeline

Project Secrecy

Chinese government ने इस परियोजना के बारे में कोई official announcement नहीं की है। Construction site पर drone flying और photography की मनाही के warning signs लगे हुए हैं

Current Progress

2024 के मध्य से शुरू हुआ यह निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। Satellite imagery दिखाती है कि deep holes और underground infrastructure का काम जोरों पर है

Comparison with Pentagon

Size और Capacity

जहाँ Pentagon लगभग 150 acres में फैला है, वहीं Beijing Military City 1500 acres में निर्मित हो रहा है। यह staffing, administration, और management के लिए large numbers of personnel को accommodate कर सकेगा youtube

Technology Integration

यह modern military command center artificial intelligence, cyber warfare capabilities, और advanced communication systems से equipped होगा

China’s No-First-Use Policy और Defense Strategy

Defensive Posture

चीन की No-First-Use nuclear policy के अनुसार, वह पहले nuclear weapons का इस्तेमाल नहीं करेगा। इसलिए Beijing Military City को first strike को झेलने और उसके बाद retaliation के लिए design किया गया है

Survivability Features

यह doomsday bunker को conventional bombs, missile strikes, और nuclear attacks से बचने के लिए बनाया जा रहा है

Economic और Technological Implications

Resource Investment

यह massive construction project चीन की defense spending में significant increase को दर्शाता है। 100+ cranes और thousands of workers इस परियोजना पर काम कर रहे हैं

Technological Advancement

Beijing Military City चीन की advanced engineering capabilities और underground construction technology का demonstration है

Future Prospects और Strategic Impact

2027 Completion Target

Military experts का मानना है कि यह facility 2027 तक operational हो जाएगी, जो Xi Jinping के military modernization timeline के साथ align करता है

Global Power Balance

यह military facility US-China rivalry को और intensify कर सकती है और global military power balance को shift कर सकती है

Regional Countries की Response

Allied Nations Concerns

India, Japan, South Korea, और US allies इस development को लेकर चिंतित हैं और अपनी defensive cooperation बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं

Deterrence Strategies

Western nations को multilateral defense ties को मजबूत करने और Chinese aggression के against deterrents develop करने की जरूरत है

निष्कर्ष

Beijing Military City चीन की बढ़ती military ambitions और global leadership की इच्छा को दर्शाता है। यह world’s largest military command center केवल regional security dynamics को प्रभावित करेगा, बल्कि international relations और global defense strategies को भी reshape करेगा। 2027 तक इसके complete होने के साथ, Asia-Pacific region में power balance में significant changes देखने को मिल सकते हैं

अस्वीकरण: यह जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और आधिकारिक घोषणाओं से ली गई है और केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसमें व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं और किसी भी सरकारी या आधिकारिक स्थिति को नहीं दर्शाते।

नवरात्रि में गरबा: सिर्फ 1 घंटे की डांसिंग से जलेगी 400-600 कैलोरी, तनाव भी होगा कम!

नवरात्रि गरबा

नवरात्रि का मौसम आते ही हर तरफ ढोल की थाप और रंगबिरंगे चनियाचोली की चमक नजर आने लगती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह गरबा सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि एक शानदार वर्कआउट भी है? मनोवैज्ञानिक डॉ. श्वेता छाबड़ा के मुताबिक, नवरात्रि के दौरान गरबा डांस करना आपके शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह नृत्य आपको संस्कृति से जोड़ते हुए फिटनेस का मजा देता है, जहां हर कोई उम्र और स्किल लेवल के हिसाब से शामिल हो सकता है।

आज हम इस लेख में गरबा के फायदों पर गहराई से बात करेंगे। हम देखेंगे कि कैसे यह एरोबिक्स और मूड एलिवेशन का अनोखा मिश्रण है, जो कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को बढ़ावा देता है। अगर आप नवरात्रि 2025 में गरबा खेलने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए परफेक्ट गाइड है। चलिए, शुरू करते हैं!

गरबा के शारीरिक लाभ

गरबा को अगर फिटनेस की नजर से देखें, तो यह एक कंपलीट फुलबॉडी वर्कआउट है। डॉ. श्वेता छाबड़ा, जो अपोलो क्लिनिक, बैंगलुरु की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं, बताती हैं कि गरबा में घूमना, ताली बजाना और सिंक में मूव करना आपके कार्डियोवस्कुलर रेट को ऊंचा रखता है। इससे सर्कुलेशन बेहतर होता है और एंड्यूरेंस बढ़ता है।

सबसे मजेदार बात यह है कि एक घंटे की हाईएनर्जी डांसिंग से आप 400 से 600 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसे जिम में एक सेशन करना! गरबा के स्टेप्स नैचुरल इंटरवल ट्रेनिंग की तरह काम करते हैं, जहां हाईइंटेंसिटी के बाद सस्टेन रिदम आता है। इससे हार्ट मसल मजबूत होता है और स्टैमिना बूस्ट होता है। ट्रेडमिल पर दौड़ने से उब जाते हैं? गरबा का उत्सवी माहौल एक्सरसाइज को कभी बोझ नहीं लगने देता।

गरबा में शामिल मूवमेंट्स जैसे ट्वर्ल्स, क्लैप्स और सिंक्रोनाइज्ड स्टेप्स आपके पूरे शरीर को एक्टिव रखते हैं। इससे मसल टोन सुधरता है, फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है। खासकर लोअर बॉडी के लिए यह स्क्वॉट्स और लंजेस की तरह काम करता है, जबकि अपर बॉडी आर्म मूवमेंट्स से मजबूत होती है। अगर आप वेट लॉस का लक्ष्य रखते हैं, तो नवरात्रि के नौ दिनों में रोजाना गरबा खेलना आपको नोटिसेबल रिजल्ट दे सकता है।

इसके अलावा, गरबा कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को प्रमोट करता है। नियमित रूप से इसमें हिस्सा लेने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है, कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है और ओबेसिटी का रिस्क घटता है। डॉ. छाबड़ा कहती हैं कि यह एरोबिक एक्टिविटी लंग कैपेसिटी को भी बढ़ाती है, जो लंबे समय में रेस्पिरेटरी हेल्थ के लिए फायदेमंद है। अगर आप फेस्टिव सीजन में फिट रहना चाहते हैं, तो गरबा एक परफेक्ट चॉइस है।

लेकिन सिर्फ कैलोरी बर्न ही नहीं, गरबा आपके मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है। हाईइंटेंसिटी मूवमेंट्स से मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है, जो फैट बर्निंग को आसान बनाता है। कई स्टडीज दिखाती हैं कि ऐसी डांस बेस्ड एक्सरसाइज इंसुलिन सेंसिटिविटी को इम्प्रूव करती है, जो डायबिटीज के रिस्क को कम करती है। नवरात्रि में व्रत रखते हुए भी अगर आप गरबा खेलते हैं, तो यह आपकी एनर्जी लेवल को मेंटेन रखता है।

गरबा को फंक्शनल ट्रेनिंग की तरह देखेंइसमें साइड स्टेप्स, जंपिंग जैक्स और स्ट्रेचेस सब शामिल हैं। इससे जॉइंट मोबिलिटी सुधरती है और मस्कुलोस्केलेटल हेल्थ मजबूत होती है। अगर आप डेस्क जॉब करते हैं, तो गरबा आपकी पोश्चर को करेक्ट करने में मदद करता है। कुल मिलाकर, यह एक ऐसा वर्कआउट है जो फन और फिटनेस को मिलाता है।

गरबा के मानसिक और भावनात्मक लाभ

गरबा सिर्फ शरीर के लिए नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी एक टॉनिक है। डॉ. छाबड़ा बताती हैं कि गरबा एंडोर्फिन्स और डोपामाइन जैसेहैपीनेस हॉर्मोन्सको ट्रिगर करता है। ये न सिर्फ मूड अच्छा करते हैं, बल्कि कॉर्टिसोलजो स्ट्रेस हॉर्मोन हैको भी कम करते हैं। कॉर्टिसोल ज्यादा होने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट डिजीज का खतरा होता है।

ग्रुप में डांस करने से सोशल बॉन्डिंग मजबूत होती है, जो मेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। नवरात्रि के दौरान हजारों लोग साथ में गरबा खेलते हैं, जो एक तरह की कम्युनिटी एक्टिविटी है। इससे एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षण कम होते हैं। स्टडीज दिखाती हैं कि सोशल डांसिंग इमोशनल रेजिलिएंस बढ़ाती है और स्ट्रेस को मैनेज करने में मदद करती है।

गरबा की रिदमिक बीट्स और कम्यूनल एनर्जी मेंटल वेलबीइंग को बूस्ट करती हैं। यह माइंडबॉडी कोऑर्डिनेशन को इम्प्रूव करता है, जो न्यूरोमस्कुलर फिटनेस के लिए अच्छा है। अगर आप स्ट्रेसफुल जॉब करते हैं, तो गरबा एक नैचुरल थेरेपी की तरह काम करता है। इससे स्लीप क्वालिटी बेहतर होती है और ओवरऑल मूड पॉजिटिव रहता है।

इसके अलावा, गरबा एंडोर्फिन रिलीज से पेन रिलीफ भी देता है। कई लोग क्रॉनिक पेन से जूझते हैं, और ऐसी डांस एक्टिविटीज नैचुरल तरीके से राहत देती हैं। डोपामाइन का बढ़ना मोटिवेशन को बूस्ट करता है, जो डेली लाइफ में भी मददगार है। कॉर्टिसोल रिडक्शन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जो ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद है।

गरबा में शामिल होने से सेल्फकॉन्फिडेंस बढ़ता है। चाहे आप बिगिनर हों या एक्सपर्ट, यह इनक्लूसिव है। इससे इमोशनल बैलेंस आता है और स्ट्रेस हॉर्मोन्स कंट्रोल होते हैं। अगर आप मेंटल हेल्थ को प्रायोरिटाइज करते हैं, तो नवरात्रि गरबा एक परफेक्ट ऑप्शन है।

गरबा के लिए सावधानियां और टिप्स

गरबा के फायदे बहुत हैं, लेकिन सावधानियां जरूरी हैं। डॉ. छाबड़ा सलाह देती हैं कि सर्कल में एंटर करने से पहले वार्मअप करें, कम्फर्टेबल कपड़े पहनें और बॉडी के सिग्नल्स सुनें। इससे स्प्रेन या ओवरस्ट्रेन से बचा जा सकता है।

हाइड्रेशन बहुत महत्वपूर्ण है। नारियल पानी, छाछ या सादा पानी पीते रहें। नवरात्रि फूड्स जैसे साबूदाना, फल या नट्स एनर्जी देते हैं बिना सुस्ती के। लंबे डांस ब्रेक्स के लिए ये परफेक्ट हैं।

अगर आप हार्ट कंडीशन वाले हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। शुरुआत में धीरेधीरे शुरू करें और ब्रेक्स लें। कम्फर्टेबल फुटवियर पहनें ताकि घुटनों और एंकल्स पर स्ट्रेन न आए।

गरबा सभी के लिए वेलकमिंग हैटीनएजर्स से लेकर सीनियर्स तक। परफेक्शन से ज्यादा इंपोर्टेंट है पार्टिसिपेशन। इन टिप्स से आप सेफ रहते हुए फिटनेस का मजा ले सकते हैं।

निष्कर्ष

गरबा नवरात्रि को सेलिब्रेट करने का एक खुशनुमा तरीका है, जो फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को बूस्ट करता है। डॉ. छाबड़ा कहती हैं कि जैसे आप ताली बजाते और घूमते हैं, वैसे ही आप अपना हार्ट मजबूत कर रहे हैं, माइंड को शांत कर रहे हैं और वेलनेस को एंब्रेस कर रहे हैं। इस नवरात्रि, गरबा को सिर्फ डांस नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।

Disclaimer: यह जानकारी सार्वजनिक स्रोतों/आधिकारिक घोषणाओं से ली गई है और केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी मेडिकल कंडीन के लिए पेशेवर डॉक्टर की सलाह लें।