RRB NTPC UG Admit Card 2025: डाउनलोड करें NTPC अंडरग्रेजुएट (12वीं स्तर) परीक्षा एडमिट कार्ड PDF – लिंक यहां

RRB NTPC UG Admit Card 2025
RRB NTPC UG Admit Card 2025

RRB NTPC UG Admit Card 2025 LIVE अपडेट:

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने RRB NTPC Undergraduate Admit Card 2025 को जारी कर दिया है। यह एडमिट कार्ड CEN No. 06/2024 के तहत नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) अंडरग्रेजुएट (UG) पदों के लिए जारी किया गया है। उम्मीदवारों को अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके एडमिट कार्ड डाउनलोड करना होगा।

RRB NTPC UG Admit Card 2025 डाउनलोड करने के लिए लिंक RRB की आधिकारिक वेबसाइट पर क्षेत्रवार उपलब्ध कराया गया है। यह परीक्षा 7 अगस्त से 8 सितंबर 2025 तक पूरे देश में आयोजित की जाएगी।

NTPC UG Admit Card 2025 अब उपलब्ध है

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने आधिकारिक रूप से RRB NTPC UG Admit Card 2025 जारी कर दिया है। यह Computer-Based Test (CBT 1) के तहत आयोजित किया जाएगा। परीक्षा की तारीखें 7 अगस्त से 9 सितंबर 2025 तक निर्धारित हैं। इस भर्ती में 6,326,818 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। जो उम्मीदवार 12वीं पास (Junior Clerk cum Typist, Train Clerk, Commercial cum Ticket Clerk जैसे पदों) के लिए आवेदन किए हैं, वे अपना एडमिट कार्ड रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके डाउनलोड कर सकते हैं।

NTPC UG Admit Card 2025 डाउनलोड कैसे करें?

RRB NTPC UG Admit Card 2025 को डाउनलोड करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं – RRB की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. संबंधित लिंक पर क्लिक करें – “RRB NTPC Undergraduate Exam Admit Cardलिंक पर क्लिक करें।
  3. लॉगिन क्रेडेंशियल्स दर्ज करेंअपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें।
  4. एडमिट कार्ड देखें – RRB NTPC एडमिट कार्ड स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  5. डाउनलोड करेंएडमिट कार्ड डाउनलोड करके भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित कर लें।

RRB NTPC UG Hall Ticket 2025: सामान्य जागरूकता के लिए अंतिम मिनट टिप्स

यह RRB NTPC परीक्षा का सबसे स्कोरिंग हिस्सा है। सवाल तथ्यों पर आधारित होते हैं, इसलिए इतिहास, भूगोल और वर्तमान घटनाओं जैसे महत्वपूर्ण विषयों को याद करें। NCERT की किताबों से बुनियादी अवधारणाओं का पुनरावलोकन करें और समाचार अपडेट और मासिक समसामयिक घटनाओं के कैप्सूल पढ़ते रहें।

RRB NTPC UG Hall Ticket 2025: क्या करें, अंतिम समय में संशोधन के लिए?

उम्मीदवारों को उन सभी महत्वपूर्ण विषयों को फिर से देखना चाहिए जिन्हें उन्होंने पहले ही पढ़ा है। यह नया अध्याय पढ़ने का समय नहीं है, इसलिए जो कुछ भी आपने पहले पढ़ा है, उसे मजबूत करें। गणित और सामान्य जागरूकता जैसे उच्च स्कोरिंग विषयों पर ध्यान केंद्रित करें और महत्वपूर्ण तथ्यों को नियमित रूप से संशोधित करें।

RRB NTPC UG Hall Ticket 2025: परीक्षा के दिन के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

RRB NTPC UG परीक्षा के दिन उम्मीदवारों को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचें।
  • सभी आवश्यक दस्तावेज साथ लेकर जाएं।
  • प्रतिबंधित वस्तुएं न लाएं।
  • परीक्षा केंद्र के स्थान को पहले से जान लें।
  • निर्देशों को ध्यान से सुनें।

RRB NTPC UG परीक्षा हॉल में कौन सी वस्तुएं प्रतिबंधित हैं?

यदि आप RRB NTPC UG परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, तो आपको यह पता होना चाहिए कि परीक्षा हॉल में निम्नलिखित वस्तुओं का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है:

  • इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल फोन, पेजर, घड़ी, ब्लूटूथ डिवाइस, कैलकुलेटर
  • धातु की वस्तुएं: बेल्ट, चूड़ियाँ, कड़े
  • किताबें, नोट्स या कागज
  • व्यक्तिगत पेन या पेंसिल (पेन परीक्षा केंद्र द्वारा प्रदान किया जाएगा)
  • हिना/मेहंदी (जैसा कि यह बायोमेट्रिक कैप्चर में हस्तक्षेप करता है)

RRB NTPC UG Admit Card 2025: अंतिम मिनट परीक्षा दिशानिर्देश

RRB NTPC UG परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा दिवस के बारे में विस्तृत दिशानिर्देशों से अवगत होना चाहिए। इसमें परीक्षा के समय, रिपोर्टिंग समय, वैध दस्तावेजों, प्रतिबंधित वस्तुओं, और अन्य नियमों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। उम्मीदवारों को इन नियमों का पालन करना चाहिए ताकि परीक्षा के दिन कोई परेशानी न हो।

RRB NTPC Admit Card 2025: परीक्षा समय और शिफ्ट विवरण

RRB NTPC UG 2025 परीक्षा 7 अगस्त से तीन शिफ्टों में आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने हॉल टिकट को डाउनलोड करें और परीक्षा केंद्र पर रिपोर्टिंग समय से कम से कम 30 मिनट पहले पहुंचें। नीचे RRB NTPC शिफ्ट समय 2025 का विवरण दिया गया है, जिसमें रिपोर्टिंग समय, गेट बंद होने का समय, और परीक्षा का समय शामिल है:

  • प्रथम शिफ्ट: 9:00 AM – 10:30 AM
  • द्वितीय शिफ्ट: 12:00 PM – 1:30 PM
  • तृतीय शिफ्ट: 3:00 PM – 4:30 PM

RRB NTPC Admit Card 2025 लाइव: कंप्यूटर आधारित परीक्षा के बारे में जानें

RRB NTPC कंप्यूटर आधारित टेस्ट 7 अगस्त से 8 सितंबर 2025 तक पूरे देश में आयोजित किया जाएगा। परीक्षा का समय 90 मिनट होगा और उम्मीदवारों को 100 प्रश्न हल करने होंगे। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने एडमिट कार्ड पर दिखाए गए विस्तृत शेड्यूल को ध्यान से जांचें।

RRB NTPC UG Admit Card 2025: नकारात्मक अंकन नीति

NTPC UG परीक्षा के चयन प्रक्रिया के तहत नकारात्मक अंकन होगा। यदि उम्मीदवार किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते हैं, तो 1/3 अंक काटे जाएंगे। इसलिए उम्मीदवारों को परीक्षा के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए।

RRB NTPC UG Admit Card 2025: क्या करें अगर परीक्षा केंद्र नहीं मिला?

यदि आपको RRB NTPC UG परीक्षा का केंद्र नहीं मिला है या आपका केंद्र बदलने का विचार है, तो ध्यान रखें कि एक बार परीक्षा केंद्र आवंटित होने के बाद उसे किसी भी परिस्थिति में बदला नहीं जा सकता। आपको उसी परीक्षा केंद्र में उपस्थित होना होगा जो आपके हॉल टिकट में उल्लेखित है।

RRB NTPC Admit Card 2025: क्या करें अगर अभी तक एडमिट कार्ड नहीं मिला है?

RRB NTPC UG Admit Card परीक्षा से चार दिन पहले जारी किया गया था। उम्मीदवार अपना एडमिट कार्ड रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके डाउनलोड कर सकते हैं।

RRB NTPC UG Admit Card 2025: NTPC परीक्षा हॉल टिकट डाउनलोड करें

जेम्स कैमरन की नई फिल्म “Ghosts of Hiroshima” होगी एक शक्तिशाली कहानी, 80 साल बाद याद दिलाएगा परमाणु हमले का दर्द

Ghosts of Hiroshima
Ghosts of Hiroshima

जेम्स कैमरन की नई फिल्म का एलान - "Ghosts of Hiroshima"

सिनेमा जगत के दिग्गज निर्देशक जेम्स कैमरन ने अपनी नई फिल्म का एलान किया है, और यह फिल्म एक नई दिशा में कदम रख रही है। “Avatar” और “Titanic” जैसी सुपरहिट फिल्मों के बाद, जेम्स कैमरन अब 15 साल बाद एक नए प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहे हैं। इस बार वह अवतार के ब्रह्मांड से बाहर कदम रख रहे हैं और एक वास्तविक कहानी को पर्दे पर लाने के लिए तैयार हैं। फिल्म का नाम है “Ghosts of Hiroshima”, जो चार्ल्स पेलग्रिनो द्वारा लिखी गई किताब पर आधारित है।

यह फिल्म हिरोशिमा पर हुए पहले परमाणु हमले के बारे में है और इसे बनाने का उद्देश्य न केवल इतिहास को याद करना है, बल्कि आज के समय में एक महत्वपूर्ण संदेश भी देना है। फिल्म का सेटिंग उसी दिन होगा, जब 6 अगस्त को हिरोशिमा पर बमबारी के 80 साल पूरे हो रहे हैं। इस दर्दनाक घटना की याद दिलाना आज के समय में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जब परमाणु युद्ध की संभावना पहले से ज्यादा महसूस की जा रही है।

क्यों है यह फिल्म खास?

Ghosts of Hiroshimaसिर्फ एक ऐतिहासिक फिल्म नहीं होगी, बल्कि यह एक गहरी संवेदनात्मक कहानी होगी, जो हर दर्शक को अपनी पकड़ में लेगी। जेम्स कैमरन ने खुद इस फिल्म के बारे में कहा कि अगर वह इसे पूरी तरह से सही तरीके से बनाते हैं, तो दर्शक पहले 20 मिनट में ही सिनेमाघर छोड़ सकते हैं। इसका मतलब यह है कि कैमरन का उद्देश्य दर्शकों को इस फिल्म में इतना गहरे डुबो देना है कि वे खुद को उस घटना का हिस्सा महसूस करें। कैमरन का कहना है कि यह फिल्म बनाना एक कठिन चुनौती है, क्योंकि इसे सिर्फ एक कहानी के रूप में नहीं, बल्कि एक सच्ची और दिल से जुड़ी घटना के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

कैमरन और पेलग्रिनो का साथ

चार्ल्स पेलग्रिनो और जेम्स कैमरन का संबंध पुराना है। दोनों नेTitanicजैसी हिट फिल्म पर साथ में काम किया था और तब से वे एकदूसरे के अच्छे दोस्त और सहयोगी बन चुके हैं। इस नई फिल्म के लिए भी पेलग्रिनो की किताब का चयन किया गया है, क्योंकि कैमरन ने कहा कि वह सच्ची और दिल छूने वाली कहानियों को पसंद करते हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “Titanic के बाद मैंने किसी सच्ची कहानी को उतना प्रभावित नहीं किया है जितना कि इस कहानी से। यह कहानी इतनी शक्तिशाली है कि इसे पर्दे पर लाना मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है।

पेलग्रिनो और कैमरन दोनों की एक साझा विचारधारा है, जिसे वे जापानी शब्दओमोयारी” (सहानुभूति) के रूप में व्यक्त करते हैं। इसका मतलब केवल भावनाओं का अहसास करना नहीं, बल्कि उस अहसास के साथ एक कदम आगे बढ़ना और किसी की मदद करना है। यह फिल्म इस विचारधारा को ही पेश करने का प्रयास करेगी, ताकि दर्शक केवल कहानी से जुड़ने के बजाय उस दर्द और संघर्ष को समझ सकें जो हिरोशिमा के लोगों ने सहा।

कैमरन का दृष्टिकोण और चुनौतियां

जेम्स कैमरन ने यह भी कहा कि इस फिल्म की निर्माण प्रक्रिया उनके लिए एक गहरी मानसिक चुनौती है।मैंने समुद्र की गहराइयों में गोताखोरी की है, टाइटैनिक के मलबे को 33 बार देखा है, लेकिन मुझे इस फिल्म के असफल होने का डर सबसे ज्यादा है।इस बयान से यह साफ हो जाता है कि कैमरन का डर केवल असफलता से नहीं, बल्कि उस सच्चाई से है जो वह पर्दे पर लाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा, “अगर आप गलतियाँ नहीं करते, तो आप कभी अच्छे कलाकार नहीं बन सकते।

उन्होंने अपनी फिल्म निर्माण प्रक्रिया के दौरान एक दिलचस्प आदत का भी खुलासा किया।मैंने हमेशा अपने AVID मॉनीटर के पास एक रेजर ब्लेड रखा था, जिस पर एक नोट चिपका था, जिसमें लिखा था, ‘अगर फिल्म बेकार हो तो इसका इस्तेमाल करें।यह एक तरीका था खुद को सचेत रखने का।

"Avatar" के बारे में कैमरन का दृष्टिकोण

जेम्स कैमरन कोAvatarके विशाल और रंगीन ब्रह्मांड के लिए जाना जाता है, लेकिन वह मानते हैं कि फिल्में केवल हमारे मानव समस्याओं का हल नहीं हो सकतीं। कैमरन ने कहा, “मैं मानता हूं कि ‘Avatar’ एक ट्रोजन हॉर्स रणनीति है, जो आपको एक मनोरंजन के रूप में आकर्षित करती है, लेकिन फिर वह आपके दिल और दिमाग पर असर डालती है।वह मानते हैं कि फिल्में हमारे विचारों को बदल सकती हैं, लेकिन हमें उन बदलावों के लिए कुछ ठोस कदम भी उठाने होंगे। उन्होंने कहा, “क्या मैं मानता हूं कि फिल्में हमारे मानव समस्याओं का हल हैं? नहीं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरी फिल्में हमें उस दिशा में मार्गदर्शन करेंगी जो हमें सबसे ज्यादा जरूरी है।

Avatar के फैंस के लिए खुशखबरी

फिल्म के प्रशंसकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जेम्स कैमरन का अगला प्रोजेक्ट “Avatar: Fire and Ash” अब 19 दिसंबर, 2025 को रिलीज़ होगा। पहले इसे 2024 में रिलीज़ किया जाना था, लेकिन अब इसकी तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा, “Avatar 4” और “Avatar 5” 2029 और 2031 में क्रमशः रिलीज़ होंगे, जो इस कहानी को लगभग 22 साल बाद खत्म करेंगे। हालांकि, कैमरन पहले वास्तविक दुनिया केहिरोशिमा के भूतोंमें गहरे उतरने जा रहे हैं, ताकि एक ऐतिहासिक और संवेदनशील कहानी को पर्दे पर जीवित कर सकें।

2026 से CBSE बोर्ड परीक्षा साल में दो बार: छात्रों और अभिभावकों की चिंताएँ

CBSE’s Biannual Board Exam Plan
CBSE’s Biannual Board Exam Plan

2026 से CBSE बोर्ड परीक्षा साल में दो बार: छात्रों और अभिभावकों की चिंताएँ

2026 से CBSE द्वारा साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के निर्णय ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की हैं। यह कदम छात्रों को अधिक अवसर और लचीलापन देने का उद्देश्य रखता है, लेकिन इसके संभावित नकारात्मक प्रभावों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। आइए जानते हैं इस निर्णय के बारे में विशेषज्ञों और अभिभावकों की राय।

नई प्रणाली क्या प्रस्तावित करती है?

नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (NCF-SE) 2023 के तहत, CBSE ने कक्षा 10 और 12 के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का अधिकार दिया है। इसमें छात्रों का सर्वोत्तम अंक रखा जाएगा। इस प्रणाली का उद्देश्य परीक्षा के दबाव को कम करना और छात्रों को एक ही अवसर में बेहतर प्रदर्शन करने का और मौका देना है।

स्कूलों, अभिभावकों और छात्रों की प्रतिक्रियाएँ

यह कदम कुछ शिक्षाविदों को छात्रमित्र और सकारात्मक नजर आता है, लेकिन कई स्कूलों के प्रधानाचार्य और अभिभावक इसे लेकर चिंतित हैं। हैदराबाद के एक प्रसिद्ध CBSE स्कूल के प्रधानाचार्य का कहना है, “हम समझते हैं कि यह कदम छात्रों के हित में है, लेकिन इस बदलाव के लिए और बेहतर योजना की आवश्यकता है। दो बार परीक्षा, प्रैक्टिकल्स और प्रीबोर्ड्स का आयोजन छात्रों और शिक्षकों दोनों पर भारी दबाव डाल सकता है।

गुरुग्राम के एक निजी स्कूल के शिक्षक का कहना है, “यदि शैक्षिक कैलेंडर का पुनर्निर्माण नहीं किया गया, तो यह बदलाव पूरी शिक्षा प्रणाली को तनाव में डाल सकता है।स्कूलों को इस फैसले से जुड़ी समस्याओं, जैसे परीक्षा समय सीमाएँ और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के साथ तालमेल पर चिंता है।

अभिभावक भी इस बदलाव पर दो मत हैं। कोटा के कक्षा 11 के छात्र के पिता मनोहर सिंह का कहना है, “यह विचार कागज पर अच्छा लगता है, लेकिन JEE और NEET की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह पूरी तरह से कोचिंग समय सारणी को प्रभावित कर सकता है।वहीं, मुंबई की कक्षा 9 के छात्र के पिता सचिन तावड़े का कहना है, “दो बोर्ड परीक्षाएँ एक साल में बच्चों के लिए चिंता को दोगुना कर सकती हैं। यह तनाव कम करने की बजाय और बढ़ा सकता है।

छात्रों की चिंताएँ

छात्रों का कहना है कि पहले से ही स्कूल की परीक्षाएँ और कोचिंग का दबाव बहुत अधिक है। दिल्ली के कक्षा 11 के छात्र अंकित शुक्ला का कहना है, “हम पहले ही बहुत दबाव में होते हैं। साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देना केवल तनाव को बढ़ाएगा।

हालांकि, कुछ छात्र इसे एक अच्छे अवसर के रूप में देख रहे हैं। बेंगलुरू के कक्षा 10 के छात्र सुजॉय का कहना है, “यदि पहले प्रयास में अच्छा प्रदर्शन नहीं हो पाता, तो दूसरा मौका मददगार होगा, लेकिन पूरे साल दोनों प्रयासों की तैयारी का दबाव बना रहेगा।

CBSE 2026 बोर्ड सुधार की मुख्य विशेषताएं

  • Exam Attempts: दो बार प्रति शैक्षिक वर्ष (सर्वोत्तम अंक बनाए रखे जाएंगे)
  • Applicable To: कक्षा 10 और 12 से 2026 से
  • Objective: तनाव कम करना, लचीलापन बढ़ाना
  • Concerns Raised: समय तालिका की टकराव, मूल्यांकन का बोझ, बढ़ता तनाव

विशेषज्ञों का मानना है कि इस सुधार की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि यह सिस्टम कितनी अच्छी तरह लागू होता है, खासकर स्कूल स्तर पर शैक्षिक योजना और CBSE की कार्यक्षमता पर।

NPE 2020 के विजन में निहित

यह बदलाव NEP 2020 के सिद्धांतों पर आधारित है। NEP 2020 में प्रस्तावित था कि छात्रों को हर साल दो बार बोर्ड परीक्षाएँ देने का अवसर मिलना चाहिए, जिससे परीक्षा का दबाव कम किया जा सके।

CBSE के परीक्षा नियंत्रक डॉ. सन्यम भारद्वाज का कहना है, “यह निर्णय NEP-2020 की सिफारिशों के अनुसार लिया गया है। इसका उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं केहाईस्टेक्सपहलू को कम करना और छात्रों को अधिक लचीलापन देना है।

विशेष श्रेणियों के लिए विशिष्ट प्रावधान

इस नीति में विशेष श्रेणियों के लिए कुछ प्रावधान भी हैं:

  • Sports Candidates: जिन छात्रों के खेल प्रतियोगिताओं की तिथियाँ परीक्षा से टकराती हैं, वे दूसरे प्रयास में बैठ सकते हैं।
  • CWSN (Children With Special Needs): इन छात्रों को दोनों परीक्षाओं में सभी विशेष सुविधाएँ प्राप्त होती रहेंगी।
  • Winter-bound Schools: ये स्कूल दोनों में से किसी भी चरण के लिए परीक्षा का चुनाव कर सकते हैं।

आंतरिक मूल्यांकन केवल एक बार किया जाएगा

आंतरिक मूल्यांकन, जो छात्रों के समग्र मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, साल में केवल एक बार, पहले परीक्षा से पहले किया जाएगा। इसका उद्देश्य मूल्यांकन प्रक्रिया को सरल बनाना और छात्रों और शिक्षकों पर काम का बोझ कम करना है।

परीक्षाओं की समय-सीमा और अनुसूची

पहली बोर्ड परीक्षा फरवरी के मध्य से शुरू होगी, जैसा कि वर्तमान में होता है। दूसरी परीक्षा मई में आयोजित होगी। पहली परीक्षा के परिणाम अप्रैल में जारी होंगे और दूसरी परीक्षा के परिणाम जून में।

परीक्षा संरचना और पाठ्यक्रम कवरेज

किसी भी परीक्षा चरण में पाठ्यक्रम या परीक्षा पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा। दोनों परीक्षाएँ शैक्षिक वर्ष के पूरे पाठ्यक्रम को कवर करेंगी, और अध्ययन योजना अपरिवर्तित रहेगी।

परीक्षा पंजीकरण और परिणाम प्रोटोकॉल

सभी छात्रों को पहले परीक्षा के लिए List of Candidates (LOC) में शामिल किया जाएगा। दूसरे प्रयास के लिए अलग से LOC की आवश्यकता होगी; इस चरण में नए उम्मीदवार नहीं जोड़े जा सकेंगे।

कम दबाव, उच्च लचीलेपन वाले मॉडल की ओर बढ़ना

यह दो बार परीक्षा प्रणाली NEP-2020 के तहत एक कदम आगे बढ़ने की दिशा में है। CBSE का उद्देश्य छात्रों को बिना किसी दंड के दूसरा अवसर देना है, जिससे वे सालभर के शिक्षण को अधिक अच्छे से समझ सकें और आत्ममूल्यांकन कर सकें।

डॉ. भारद्वाज ने कहा, “यह बदलाव सिर्फ शुरुआत है, और CBSE धीरेधीरे मॉड्यूलर परीक्षा और विभिन्न प्रश्न प्रकारों को भी लागू कर सकता है, जिससे परीक्षा में केवल रटने की बजाय वास्तविक क्षमताओं का मूल्यांकन हो।

निष्कर्ष

2026 से शुरू होने वाली दो बार बोर्ड परीक्षा प्रणाली CBSE के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। यह व्यवस्था अन्य राज्य और राष्ट्रीय बोर्डों के लिए एक मिसाल बन सकती है और उन्हें अपनी परीक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए प्रेरित कर सकती है।

RBI का बड़ा फैसला: 5.5% पर Repo Rate, GDP वृद्धि और महंगाई पर नई उम्मीदें!

RBI Monetary Policy
RBI Monetary Policy

मुंबई: 5.5% पर RBI ने रखा Repo Rate, GDP वृद्धि 6.5% और महंगाई 3.1% का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने बुधवार को आगामी आर्थिक परिस्थितियों का आकलन करते हुए repo rate को 5.50% पर बनाए रखने का निर्णय लिया। यह निर्णय भारत की मौजूदा और भविष्यवाणी की गई आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। साथ ही लिक्विडिटी समायोजन सुविधा (LAF) के तहत स्टैंडिंग डिपॉजिट सुविधा (SDF) रेट 5.25% और मार्जिनल स्टैंडिंग सुविधा (MSF) रेट और बैंक रेट 5.75% पर स्थिर रखे गए हैं।

RBI का यह निर्णय CPI महंगाई दर को 4% तक लाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए है, जबकि साथ ही आर्थिक वृद्धि को भी बढ़ावा देना है। इस निर्णय का उद्देश्य महंगाई और विकास के बीच संतुलन बनाए रखना है, ताकि देश की समग्र आर्थिक स्थिति बेहतर बने।

वैश्विक अनिश्चितताएं और भारत की आर्थिक वृद्धि

RBI की MPC ने यह भी कहा कि वैश्विक माहौल अभी भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। हालांकि, वित्तीय बाजारों में अस्थिरता और भूराजनीतिक असमंजसों में कुछ कमी आई है, लेकिन व्यापारिक समझौतों में अब भी चुनौतियां बनी हुई हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वैश्विक वृद्धि अनुमान को ऊपर की ओर संशोधित किया है, लेकिन यह फिर भी सुस्त बना हुआ है।

भारत की आंतरिक वृद्धि मजबूत बनी हुई है, और यह RBI के पूर्वानुमान के अनुसार ही विकसित हो रही है। हालांकि, वैश्विक मांग की दिशा अभी भी अनिश्चित बनी हुई है, विशेष रूप से चल रही टैरिफ घोषणाओं और व्यापार वार्ताओं के कारण।

भारत की घरेलू वृद्धि व्यापक रूप से उन्नत रही है, हालांकि वैश्विक अस्थिरता की वजह से कुछ बाहरी मांग में अनिश्चितताएं बनी हुई हैं। यह देखा गया है कि वैश्विक व्यापारिक तनाव, जैसे कि चीनअमेरिका व्यापार संघर्ष, और वित्तीय बाजारों में उतारचढ़ाव, इन सभी कारकों ने वैश्विक वृद्धि को प्रभावित किया है।

GDP और महंगाई का अनुमान

2025-26 के लिए वास्तविक GDP वृद्धि का अनुमान 6.5% पर कायम रखा गया है, जिसमें Q1 में 6.5%, Q2 में 6.7%, Q3 में 6.6%, और Q4 में 6.3% वृद्धि का अनुमान है। CPI महंगाई दर जून 2025 में लगातार आठवें महीने गिरकर 77 महीने के न्यूनतम स्तर 2.1% पर पहुंच गई, जो मुख्य रूप से खाद्य महंगाई में गिरावट के कारण हुआ।

यह गिरावट कृषि गतिविधियों में सुधार और आपूर्ति पक्ष उपायों का परिणाम है। सरकार द्वारा कई आपूर्ति प्रबंधन उपायों और खाद्य वस्तुओं के आयात में बढ़ोतरी से इस महंगाई में गिरावट आई है। हालांकि, कोर महंगाई (जिसमें खाद्य और ईंधन शामिल नहीं होते) में थोड़ा बढ़ोतरी देखी गई है। कोर महंगाई 4.1-4.2% के दायरे में रहने के बाद जून में 4.4% तक बढ़ गई है। यह मुख्य रूप से सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण हुआ।

महंगाई का नया अनुमान

MPC ने 2025-26 के लिए CPI महंगाई का अनुमान 3.1% रखा है, जो पहले के 3.7% के अनुमान से कम है। Q2 में महंगाई 2.1%, Q3 में 3.1%, और Q4 में 4.4% रहने का अनुमान है। वहीं, Q1:2026-27 के लिए महंगाई का अनुमान 4.9% है। इस दौरान, महंगाई की दर में थोड़ी अधिक वृद्धि देखने को मिल सकती है, लेकिन यह अभी भी काबू में रहेगी।

RBI ने यह भी कहा कि बाहरी दबावों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर वृद्धि की दिशा में अग्रसर है। हालांकि, वैश्विक व्यापार अस्थिरता और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के टूटने के कारण महंगाई में उतारचढ़ाव आ सकता है, लेकिन RBI ने महंगाई पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए अपनी रणनीतियों को जारी रखने का संकेत दिया है।

RBI के गवर्नर का बयान

RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, “चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर वृद्धि की दिशा में अग्रसर है और मूल्य स्थिरता बनाए रखी गई है। मौद्रिक नीति ने महंगाई के अनुकूल दृष्टिकोण का लाभ उठाते हुए वृद्धि को समर्थन दिया है, बिना मूल्य स्थिरता के प्राथमिक उद्देश्य से समझौता किए।

उन्होंने आगे कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी सही जगह पाने के लिए मजबूत नीति ढांचे की आवश्यकता है, न कि केवल मौद्रिक नीति में बदलाव से। हम निरंतर डेटा और विकासमहंगाई की गतिशीलता के आधार पर एक सुविधाजनक मौद्रिक नीति प्रदान करने के लिए सक्रिय और लचीले रहेंगे।

निष्कर्ष

RBI की मौद्रिक नीति ने यह साबित किया कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद अपनी गति बनाए रखने में सक्षम है। RBI Monetary Policy के तहत, इस समय वृद्धि और महंगाई दोनों को नियंत्रित करने की एक संतुलित कोशिश की जा रही है, जो आगे चलकर भारतीय अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत बना सकता है। RBI का यह निर्णय निवेशकों और सामान्य जनता दोनों के लिए महत्वपूर्ण संदेश है कि भारतीय रिजर्व बैंक महंगाई और विकास दोनों को उचित संतुलन में बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

आगे बढ़ते हुए, RBI ने अपनी नीति को निरंतर लचीला और सक्रिय रखने का वचन दिया है, ताकि देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती को बनाए रखा जा सके।

SBI ने शुरू किया 5,500 से अधिक जूनियर एसोसिएट्स पदों के लिए भर्ती अभियान

sbi clerk notification 2025
sbi clerk notification 2025

SBI Clerk Notification 2025 का इंतजार कर रहे लाखों उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है। State Bank of India (SBI) ने 5,583 जूनियर एसोसिएट्स (Customer Service & Support) के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह भर्ती अभियान SBI Clerk 2025 के तहत आयोजित किया जा रहा है, जिसके लिए इच्छुक उम्मीदवारों को SBI Clerk Notification के जरिए आवेदन करने का अवसर मिलेगा। आवेदन प्रक्रिया 6 अगस्त 2025 से शुरू हो चुकी है और अंतिम तिथि 26 अगस्त 2025 है।

SBI Clerk 2025 के लिए आवेदन की प्रक्रिया:

SBI Clerk Vacancy 2025 के तहत भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित SBI की शाखाओं और कार्यालयों में 5,583 पदों के लिए भर्ती की जा रही है। यह भर्ती अभियान SBI Clerk 2025 Notification के रूप में सामने आया है, जिससे उम्मीदवारों को SBI Clerk के पदों के लिए आवेदन करने का मौका मिल रहा है। अगर आप भी SBI Clerk 2025 के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको SBI Clerk Notification 2025 के निर्देशों का पालन करते हुए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन की प्रक्रिया केवल SBI की आधिकारिक वेबसाइट पर ही की जा सकती है।

SBI Clerk Recruitment 2025 के तहत इस भर्ती अभियान का उद्देश्य SBI Clerk 2025 के पदों पर उपयुक्त और योग्य उम्मीदवारों को भर्ती करना है। SBI Clerk Vacancy 2025 में उम्मीदवारों को बैंकिंग क्षेत्र में काम करने का एक बेहतरीन अवसर मिलेगा। यह अवसर उन लोगों के लिए है जो अपने करियर की शुरुआत SBI Clerk के पद से करना चाहते हैं।

SBI Clerk Notification में यह भी बताया गया है कि उम्मीदवारों को SBI Clerk 2025 के लिए एक ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को आगे की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। इसके बाद, योग्य उम्मीदवारों को SBI Clerk 2025 के लिए SBI की शाखाओं और कार्यालयों में नियुक्त किया जाएगा।

SBI की भर्ती प्रक्रिया:

SBI Clerk 2025 के लिए उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। जो उम्मीदवार परीक्षा में सफल होंगे, उन्हें साक्षात्कार और दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। इन चयन प्रक्रिया के बाद, SBI Clerk Vacancy 2025 के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।

SBI Clerk Notification 2025 के अनुसार, यह भर्ती प्रक्रिया बैंक के कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और SBI Clerk के पदों पर काम करने वाले कर्मचारियों को एक नए वातावरण में काम करने का अवसर देने के लिए है। इस भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों को बैंक के विभिन्न कार्यों को संभालने और SBI के ग्राहक सेवा और समर्थन को बेहतर बनाने का जिम्मा सौंपा जाएगा।

SBI के चेयरमैन का बयान:

SBI के चेयरमैन, CS Setty ने कहा, “हमारे मानव संसाधन क्षमता को मजबूत करना हमारे लिए प्राथमिकता है। इस भर्ती के माध्यम से हम SBI Clerk 2025 के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उम्मीदवारों को नियुक्त करेंगे, जो बैंक की कार्यप्रणाली और ग्राहक सेवा को और अधिक प्रभावी बनाएंगे। हम इस प्रक्रिया में SBI Clerk 2025 Notification के निर्देशों का पालन कर रहे हैं, ताकि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिल सके।

SBI Clerk Vacancy 2025 के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को SBI Clerk Notification के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना बेहद आवश्यक है। इसके माध्यम से ही वे भर्ती की प्रक्रिया को सही से समझ सकते हैं और आवेदन में कोई गलती नहीं कर सकते।

कैसे करें आवेदन:

SBI Clerk 2025 के लिए आवेदन करने के लिए आपको SBI Clerk Notification 2025 को ध्यान से पढ़ना होगा। आवेदन की प्रक्रिया 6 अगस्त 2025 से शुरू हो चुकी है और अंतिम तिथि 26 अगस्त 2025 है। आपको SBI Clerk Vacancy 2025 के लिए आवेदन करते समय अपनी सभी जानकारी और दस्तावेज़ सही से भरने होंगे।

SBI Clerk Recruitment 2025 के अंतर्गत आने वाले पदों के लिए आवेदन करने से पहले उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करते हों। इसके लिए उन्हें SBI Clerk 2025 Notification को ध्यान से पढ़ना होगा।

SBI के बारे में:

State Bank of India (SBI) भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है, जो पूरे देश और विदेश में अपनी शाखाओं के साथ मौजूद है। SBI Clerk Notification 2025 के माध्यम से बैंक ने अपने कर्मचारी आधार को और बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि बैंक अपनी सेवाओं को और भी प्रभावी बना सके।

आखिरी शब्द:

यह भर्ती प्रक्रिया SBI Clerk 2025 के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जो SBI Clerk Vacancy 2025 में अपना करियर बनाने का सपना देख रहे उम्मीदवारों के लिए है। इसलिए, अगर आप भी SBI Clerk के पदों पर आवेदन करना चाहते हैं, तो SBI Clerk 2025 Notification के अनुसार अपना आवेदन जल्दी करें और इस शानदार अवसर का लाभ उठाएं।

GATE 2026 की वेबसाइट लॉन्च, रजिस्ट्रेशन 25 अगस्त से, परीक्षा फरवरी में, IIT गुवाहाटी करेगा आयोजन

GATE 2026
GATE 2026

GATE 2026: IIT गुवाहाटी ने लॉन्च की वेबसाइट, रजिस्ट्रेशन 25 अगस्त से शुरू

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गुवाहाटी ने GATE 2026 की आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च कर दी है। इस वर्ष की Graduate Aptitude Test in Engineering (GATE) परीक्षा का आयोजन फरवरी 2026 में किया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 25 अगस्त से शुरू होगी और उम्मीदवार बिना लेट फीस के 25 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद, 6 अक्टूबर तक लेट फीस के साथ आवेदन किया जा सकेगा। इस परीक्षा का आयोजन IIT गुवाहाटी द्वारा किया जाएगा और इसके तहत विभिन्न प्रोग्राम्स के लिए एडमिशन दिया जाएगा।

GATE 2026: महत्वपूर्ण तारीखें

GATE 2026 परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को विभिन्न महत्वपूर्ण तारीखों का ध्यान रखना होगा:

  • Registration Start Date: सोमवार, 25 अगस्त 2025
  • Regular Registration Ends: गुरुवार, 25 सितंबर 2025
  • Extended Registration (with Late Fee) Ends: सोमवार, 6 अक्टूबर 2025
  • GATE 2026 Exam Dates: 7, 8, 14, 15 फरवरी 2026
  • Result Declaration: 19 मार्च 2026

उम्मीदवारों को इन तारीखों को ध्यान में रखते हुए समय पर रजिस्ट्रेशन और परीक्षा में बैठने की तैयारी करनी होगी।

GATE 2026: पात्रता मानदंड

GATE 2026 में बैठने के लिए उम्मीदवारों को कुछ खास पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:

  1. जो उम्मीदवार Engineering, Technology, Architecture, Science, Commerce, Arts या Humanities के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से तीसरे वर्ष या उससे अधिक वर्ष में अध्ययन कर रहे हैं, वे आवेदन कर सकते हैं।
  2. उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका certificate MoE (Ministry of Education), AICTE, UGC या UPSC द्वारा BE, BTech, BArch, BPlanning आदि के समकक्ष माना गया है।
  3. जो उम्मीदवार विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं या foreign universities में डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, वे भी GATE 2026 में आवेदन कर सकते हैं।

GATE 2026: आवेदन शुल्क

GATE 2026 के लिए आवेदन शुल्क की जानकारी निम्नलिखित है:

  • General और अन्य उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 2,000 प्रति पेपर रहेगा, जबकि late fee के साथ यह 2,500 प्रति पेपर होगा।
  • Female, SC/ST, PwD उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 1,000 प्रति पेपर रहेगा और late fee के साथ यह 1,500 प्रति पेपर होगा।

उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने रजिस्ट्रेशन के दौरान सही शुल्क का भुगतान करें। इस शुल्क को ऑनलाइन माध्यमों से भरा जा सकता है।

GATE 2026: परीक्षा के बारे में

GATE एक national-level परीक्षा है जो उम्मीदवारों की विभिन्न undergraduate-level के विषयों में व्यापक समझ का आकलन करती है। इस परीक्षा का उद्देश्य Master’s (M.Tech) और Doctoral programs (Ph.D.) में प्रवेश प्रदान करना है। इसके अलावा, कुछ Public Sector Undertakings (PSUs) इस परीक्षा के score का उपयोग अपनी भर्ती प्रक्रिया में करती हैं।

GATE 2026 स्कोर उम्मीदवारों के academic और career के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। इसके माध्यम से उन्हें उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के अवसर मिल सकते हैं। इसके अलावा, बहुत सी कंपनियाँ और सरकारी संस्थाएँ इस परीक्षा के marks के आधार पर recruitment करती हैं।

GATE 2026 प्रवेश के अवसर:

  • GATE स्कोर का उपयोग Master’s Programs (M.Tech) और Doctoral Programs (Ph.D.) में प्रवेश के लिए किया जा सकता है।
  • Financial Assistance: M.Tech विद्यार्थियों को प्रति माह 12,400 तक की financial assistance प्राप्त होती है, जो आमतौर पर 22 महीनों तक दी जाती है। वहीं, Ph.D. प्रोग्राम के लिए वित्तीय सहायता 37,000 प्रति माह (पहले दो वर्षों के लिए) और तीसरे से पांचवें वर्ष तक 42,000 प्रति माह होती है।

PSU Recruitment:
GATE score
का उपयोग कई Public Sector Undertakings (PSUs) द्वारा भर्ती के लिए किया जाता है। कई बड़ी सरकारी कंपनियाँ इस परीक्षा के परिणामों के आधार पर उम्मीदवारों को अपनी कंपनियों में नियुक्त करती हैं। उम्मीदवार इन कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

GATE 2026 के लिए क्या करें?

यदि आप GATE 2026 के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट (gate2026.iitg.ac.in) पर जाकर रजिस्ट्रेशन शुरू करें। ध्यान रखें कि आपको समय पर आवेदन करना होगा ताकि late fee से बच सकें। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सरल है और इसमें आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षणिक विवरण और भुगतान जानकारी भरनी होगी।

आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आपकी पात्रता GATE 2026 के लिए पूरी तरह से सही है। इसलिए, पात्रता मानदंड का ध्यान रखें और आवेदन प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की त्रुटि से बचें। GATE 2026 में सफलता प्राप्त करने के लिए उचित तैयारी और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष:

GATE 2026 एक महत्वपूर्ण परीक्षा है जो Master’s (M.Tech) और Doctoral Programs (Ph.D.) में प्रवेश के अवसर प्रदान करती है। इस परीक्षा का आयोजन IIT Guwahati द्वारा किया जाएगा और रजिस्ट्रेशन 25 अगस्त से शुरू होगा। उम्मीदवारों को परीक्षा तिथियों, पात्रता मानदंड और आवेदन शुल्क के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ताकि वे समय पर और बिना किसी परेशानी के रजिस्ट्रेशन कर सकें।

उत्तरी उत्तराखंड में बाढ़ ने नष्ट किया प्राचीन Kalp Kedar temple, kedarnath जैसी अनोखी वास्तुकला का हुआ नुकसान!

Kalp Kedar temple
Kalp Kedar temple

उत्तरी Uttarakhand में आई बाढ़ ने किया प्राचीन Kalp Kedar temple को नष्ट, शिवलिंग का दृश्य भी मिट्टी में दबा

Uttarakhand के उत्तरी क्षेत्र में स्थित प्राचीन Kalp Kedar temple पर एक अभूतपूर्व त्रासदी का साया मंडराया है। पिछले मंगलवार को कृर गंगा नदी में आई अचानक बाढ़ ने मंदिर को मलबे में दबा दिया, जिससे इस ऐतिहासिक स्थल की सुंदरता और महत्व पर गहरा प्रभाव पड़ा। इस मंदिर का इतिहास और वास्तुकला अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और यह क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक था।

Kalp Kedar temple का निर्माण कातुर शैली में किया गया था, जो वास्तुकला के मामलों में एक विशिष्ट और प्राचीन शैली मानी जाती है। यह शैली, जो केदारनाथ धाम के मंदिर से बहुत मिलतीजुलती है, मंदिर के निर्माण को अत्यधिक खास बनाती है। यह वही स्थान है, जहाँ से हजारों भक्त हर साल Kedarnath temple के दर्शन के लिए आते थे।

मंदिर का ऐतिहासिक महत्व केवल इसकी वास्तुकला तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी धार्मिक स्थिति भी अत्यधिक प्रभावशाली थी। इस मंदिर को हमेशा एक स्थान माना जाता था, जहां लोग अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए आते थे। किंवदंती है कि इस मंदिर के गर्भगृह में स्थित शिवलिंग कभी कभी Kheer Ganga River के पानी से भी भीगता था, और इसके लिए एक विशेष मार्ग भी बनाया गया था। भक्तों का मानना था कि इस पानी के संपर्क से उनके पाप धो दिए जाते थे।

मंदिर की खोज

यह प्राचीन मंदिर वर्षों तक जमीन के नीचे दबा रहा था। 1945 में एक खुदाई अभियान के दौरान इस मंदिर की खोज की गई थी। खुदाई में कई फीट गहरे जाकर मंदिर का ढांचा पाया गया, जो स्पष्ट रूप से Kedarnath temple की वास्तुकला के समान था। इसका निर्माण शैली और डिजाइन दोनों ही अद्वितीय थे, जो इसे एक ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा देते हैं। मंदिर भूमिगत था, और भक्तों को पूजा अर्चना करने के लिए नीचे उतरना पड़ता था, जो इस मंदिर की विशेषता थी।

मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग का आकार नंदी के पीठ की तरह था, ठीक वैसे ही जैसे Kedarnath temple में होता है। यह आकार और संरचना उस समय के कला और धार्मिक विचारों का प्रतीक था। इस मंदिर की एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह थी कि यहाँ एक रास्ता था, जिसके माध्यम से पानी, जो कभीकभी कीर गंगा से आता था, गर्भगृह में स्थित शिवलिंग तक पहुंचता था। यह एक प्राचीन धार्मिक परंपरा को दर्शाता था, जिसे सदियों से लोग मानते आए थे।

प्राचीन मंदिर की महत्ता

Kalp Kedar temple को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व दिया गया था, बल्कि यह Uttarakhand की संस्कृति और इतिहास का भी महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस मंदिर के बारे में प्राचीन शास्त्रों और ग्रंथों में भी उल्लेख मिलता है। इसके होने से उस समय के धार्मिक अनुष्ठान और पूजा विधियाँ भी परिलक्षित होती हैं, जो इसे भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर बनाती हैं।

मंदिर के बाहर की दीवारों पर पत्थरों से उकेरी गई नक्काशी भी इस बात का प्रमाण है कि इस मंदिर का निर्माण अत्यधिक शिल्पकला के साथ किया गया था। यह नक्काशी भारतीय वास्तुकला की उत्कृष्टता को दर्शाती है।

Kheer Ganga River का पानी इस मंदिर में महत्वपूर्ण धार्मिक भूमिका निभाता था। इसे एक विशेष कारण के तहत मंदिर के गर्भगृह तक पहुँचने का मार्ग दिया गया था, जिससे यह धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बन गया था। स्थानीय लोग मानते थे कि इस नदी के पानी से शिवलिंग की पूजा करने से आत्मा को शांति और मोक्ष मिलता था।

बाढ़ का असर

हालांकि, यह मंदिर अब मलबे में दब चुका है, लेकिन इसका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व कभी खत्म नहीं हो सकता। Kheer Ganga River में बाढ़ आना एक दुर्लभ घटना नहीं है, लेकिन इस बार की बाढ़ ने इस प्राचीन मंदिर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। यह एक संकेत है कि प्राकृतिक आपदाएँ कभी भी किसी भी समय हो सकती हैं, और हमें अपने सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करना चाहिए।

स्थानीय लोग अभी भी इस मंदिर की खोज और इसके महत्व के बारे में बात करते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसके साथ जुड़ी हुई ऐतिहासिक घटनाएँ भी लोगों के दिलों में जीवित हैं। कुछ लोग कहते हैं कि यह मंदिर पुनः उभर सकता है, लेकिन समय के साथ इसके पुनर्निर्माण की संभावना भी काफी कम है।

भविष्य की दिशा

अब यह जरूरी है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस तरह के ऐतिहासिक स्थलों की रक्षा के लिए कदम उठाएं। भविष्य में आने वाली बाढ़ों और प्राकृतिक आपदाओं से इन स्थलों को बचाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। Kalp Kedar temple की पुनर्निर्माण की प्रक्रिया केवल एक सांस्कृतिक पुनरुद्धार नहीं होगी, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक शिक्षा का काम करेगी।

क्या आप भी डमी स्कूल से हैं? CBSE ने बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए लागू किया नया नियम!

CBSE
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नई नीति के तहत छात्र होंगे सख्त निगरानी में

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक कड़े कदम के तहत घोषणा की है कि जिन छात्रों की उपस्थिति बिना वैध छुट्टी के रिकॉर्ड के नहीं होगी, उन्हें 2026 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदमडमी स्कूलोंपर कार्रवाई के रूप में उठाया गया है, जहाँ छात्र कागजों पर तो नामांकित होते हैं, लेकिन वास्तविक कक्षाओं में शामिल होने के बजाय निजी कोचिंग पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

CBSE के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने अपनी परीक्षा नियमावली में संशोधन किया है, ताकि इन छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने से रोका जा सके और उन्हें राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) की परीक्षा में शामिल होने के लिए कहा जाएगा।

डमी स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई

CBSE परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने सोमवार को बोर्ड से जुड़े सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और स्कूल प्रमुखों को सूचित किया कि उन्हें छात्रों और उनके अभिभावकों को 75% उपस्थिति के नियम के बारे में अवगत कराना चाहिए और न बैठने की स्थिति में होने वाले परिणामों के बारे में बताया जाए।

भारद्वाज ने अपने पत्र में कहा, “बिना लिखित अनुरोध के छुट्टी को गैरअधिकृत अनुपस्थिति माना जाएगा।CBSE के नियम 13 और 14 के अनुसार, बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों के पास कम से कम 75% उपस्थिति होनी चाहिए। चिकित्सा आपातकाल जैसी विशेष परिस्थितियों में 25% की छूट दी जा सकती है, बशर्ते सही प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाए।

छात्रों की अनुपस्थिति पर कड़ी निगरानी

उन्होंने यह भी बताया कि स्कूलों में अचानक निरीक्षण के दौरान यदि यह देखा जाता है कि छात्रों के पास छुट्टी के वैध रिकॉर्ड नहीं हैं, तो यह माना जाएगा कि वे नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहे हैं और उन्हें डमी उम्मीदवार माना जा सकता है। ऐसे छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

भारद्वाज ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन स्कूलों में छात्रों की अनुपस्थिति के रिकॉर्ड सही तरीके से नहीं रखे गए हैं या अनुपस्थिति की समस्या बढ़ रही है, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें स्कूलों को संबद्धता से भी हाथ धोना पड़ सकता है।

पारदर्शी रिकॉर्ड की आवश्यकता

CBSE ने सभी स्कूलों से कहा है कि वे छात्रों की उपस्थिति के सटीक रिकॉर्ड रखें, जो कक्षा शिक्षक और स्कूल प्रशासन द्वारा हस्ताक्षरित हों। स्कूलों को यह भी निर्देशित किया गया है कि अगर कोई छात्र नियमित रूप से कक्षाओं में अनुपस्थित रहता है या उपस्थिति में कमी होती है, तो अभिभावकों को लिखित में सूचित किया जाए, ताकि वे समय पर कार्रवाई कर सकें।

छुट्टी के आवेदन की प्रक्रिया में पारदर्शिता

भारद्वाज ने छात्रों से आग्रह किया कि वे किसी भी चिकित्सा आपातकाल की स्थिति में छुट्टी के आवेदन के साथ उचित चिकित्सा प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें और अन्य कारणों से अनुपस्थिति होने पर केवल लिखित रूप में स्कूल को सूचित करें।

पारदर्शिता और नियमित उपस्थिति की महत्ता

CBSE ने जोर दिया कि विद्यालयों को उपस्थिति रिकॉर्ड के बारे में कोई बदलाव नहीं करने दिया जाएगा और इसे समय पर ही प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि नियमित उपस्थिति न केवल परीक्षा की पात्रता के लिए आवश्यक है, बल्कि यह छात्रों के समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।

डमी स्कूलों की पहचान पर सीबीएसई की कार्रवाई

CBSE ने 31 जुलाई को दिल्ली, चंडीगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के 15 स्कूलों में आकस्मिक निरीक्षण किए थे। इन निरीक्षणों में पाया गया था कि ये स्कूल डमी छात्रों को नामांकित कर रहे थे।

न्यायालय की निगरानी में कार्रवाई

जनवरी में दिल्ली उच्च न्यायालय ने डमी स्कूलों कोधोखाधड़ीकरार दिया और दिल्ली सरकार और सीबीएसई से इन स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया। सीबीएसई के वकील ने अदालत को सूचित किया कि देशभर में 300 से अधिक डमी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।

कुल मिलाकर CBSE की नई नीति का उद्देश्य

नई नीति से CBSE का उद्देश्य छात्रों को नियमित कक्षाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करना और डमी स्कूलों पर रोक लगाना है, जिससे छात्रों को पूरी तरह से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।

Tata Harrier Adventure X: एडवेंचर की दुनिया में कदम रखते हुए ₹18.99 लाख में लॉन्च!

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Tata Harrier Adventure X: नई SUV वेरिएंट 18.99 लाख रुपये में लॉन्च

Tata Motors ने अपनी नई Harrier Adventure X वेरिएंट को भारत में लॉन्च किया है, जिसकी कीमत 18.99 लाख (एक्सशोरूम) रखी गई है। यह नया वेरिएंट Safari Adventure X के साथ पेश किया गया है और यह Harrier के Adventure और Adventure Plus वेरिएंट्स के बीच आता है। इस लॉन्च के साथ ही Tata ने अपने SUV पोर्टफोलियो में एक नई जान डाली है, जो अपने आकर्षक डिजाइन और बेहतरीन फीचर्स के कारण ग्राहकों को आकर्षित करेगा।

Harrier Adventure X में क्या खास है?

Harrier Adventure X वेरिएंट में कई आकर्षक फीचर्स दिए गए हैं, जो इसे एक प्रीमियम और स्पेशल फील देते हैं। इस वेरिएंट में 10.25 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, पैनोरमिक सनरूफ, ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल, ड्राइवर सीट के लिए मेमोरी फंक्शन, वायरलेस चार्जिंग, 360 डिग्री कैमरा और Level 2 ADAS सूट जैसे फीचर्स शामिल हैं। इसके अलावा, इसकी नई हरी बाहरी रंग और Onyx Trailथीम वाले इंटीरियर्स इस SUV को और भी आकर्षक बनाते हैं।

इसके पावरट्रेन की बात करें तो Harrier Adventure X में वही 2.0-लीटर Kryotec डीजल इंजन दिया गया है, जो मैन्युअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ आता है।

Tata Harrier और Safari के लिए नया "Adventure X" Persona

Tata Motors ने अपने फ्लैगशिप SUVs – Harrier और Safariके लिए नया Adventure X Persona पेश किया है। इस नए Adventure X वेरिएंट के साथ कंपनी ने अपने ग्राहकों को एक बेहतरीन पैकेज ऑफर किया है, जिसमें एडवेंचर, परफॉर्मेंस और फीचर्स की भरमार है।

Tata Motors के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी, विवेक श्रीवास्तव ने इस लॉन्च के बारे में बात करते हुए कहा, “Harrier और Safari सिर्फ मूवमेंट के लिए नहीं, बल्कि यह स्टेटस, उद्देश्य और एडवेंचर लाइफस्टाइल की पहचान हैं। Adventure X Persona के साथ, हमने इन आइकॉनिक गाड़ियों को एक नए युग के लिए फिर से डिज़ाइन किया है, जो व्यक्तिगतता, परफेक्ट डिजाइन और स्मार्ट क्षमता को बढ़ावा देता है।

उन्होंने आगे कहा कि Adventure X का उद्देश्य उन लोगों को आकर्षित करना है जो ऑथेंटिसिटी, क्षमता और एक्सप्रेशन की समान रूप से तलाश करते हैं।

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स्मार्ट फीचर्स और टेक्नोलॉजी

Harrier Adventure X और Safari Adventure X में कुछ सबसे बेहतरीन और सिग्नेचर फीचर्स शामिल हैं, जैसे ADAS (Advanced Driver Assistance System) के साथ Adaptive Cruise Control, 360° HD Surround View, Trail Hold EPB with Auto Hold, Trail Response Modes (Normal, Rough, Wet), Land Rover-derived Command Shifter (AT) और कई और सेगमेंटफर्स्ट फीचर्स। इसके अलावा, इन SUVs में Ergo Lux Driver Seat with Memory & Welcome function, Ultra-View Twin Screen System, Trail Sense Auto Headlamps, Aqua Sense Wipers और Multi Drive Modes जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं, जो इस वेरिएंट को और भी विशेष बनाते हैं।

नई लाइन-अप: और भी आकर्षक और मूल्यवान

Tata Motors ने इस नए वेरिएंट के साथ अपने Harrier और Safari पोर्टफोलियो को और भी स्मार्ट और मूल्यवान बना दिया है। अब यह गाड़ियाँ और भी तेज, सुरक्षित और पूरी तरह से अपडेटेड हैं। Tata ने अपनी SUV रेंज को और भी आकर्षक और वैल्यूफॉरमनी बनाने के लिए Pure X Persona और अन्य वेरिएंट्स को भी पेश किया है।

अब ग्राहकों के लिए यह चयन करना और भी आसान हो गया है कि कौन सी SUV उनकी जरूरतों और लाइफस्टाइल के मुताबिक बेहतर है। चाहे वह इंटेलिजेंट टेक्नोलॉजी, बोल्ड डिजाइन या रग्ड कैपेबिलिटी हो, अब Harrier और Safari में से हर किसी के लिए कुछ खास है।

Harrier Adventure X और Safari Adventure X: एक नई पहचान

Harrier Adventure X और Safari Adventure X में सबसे खास बात यह है कि यह गाड़ियाँ OMEGARC आर्किटेक्चर पर बनी हैं, जो Land Rover के D8 प्लेटफार्म से प्रेरित है। इनकी शक्ति है 2.0L Kryotec डीजल इंजन, जो प्रदर्शन में बेहतरीन है। इन दोनों SUVs में बेहद आकर्षक और मजबूत उपस्थिति है, जो हर सड़क पर अपनी छाप छोड़ती है।

Harrier Adventure X की विशेषताएँ इसमें R17 Titan Forged Alloys और signature brand mascot के रूप में दिखती हैं, जबकि Safari Adventure X में R18 Apex Forged Alloys और अपनी खुद की आइकॉनिक मैस्कॉट मौजूद है।

Safari Adventure X के इंटीरियर्स में Adventure Oak Interiors दिए गए हैं, जबकि Harrier Adventure X में Onyx Trail interiors का उपयोग किया गया है, जो इसकी रग्डनेस और लुक को और भी बढ़ाता है।

नए रंग और फीचर्स के साथ एक नया अनुभव

Tata Motors ने अपने SUVs को नए रंग और फीचर्स के साथ एक बिल्कुल नया रूप दिया है। इन गाड़ियों में अब Multi Drive Modes जैसे City, Sport और Eco जैसे विकल्प भी दिए गए हैं, जो ड्राइविंग के अनुभव को और भी बेहतर बनाते हैं।

यह न केवल सवारियों के लिए एक शानदार अनुभव है, बल्कि Harrier और Safari के मालिकों को हर दिशा में बेहतरीन अनुभव मिलेगा। चाहे वह शहर की सड़कों पर हो या पहाड़ी इलाकों में, Adventure X वेरिएंट्स के साथ ड्राइव करना हर किसी के लिए एक शानदार यात्रा होगी।

निष्कर्ष

Tata Motors ने Harrier और Safari के Adventure X वेरिएंट्स को लॉन्च करके इन SUVs को और भी आकर्षक और भविष्यप्रूफ बना दिया है। यह गाड़ियाँ अपनी अद्वितीय डिजाइन, स्मार्ट फीचर्स, और बेहतर प्रदर्शन के साथ SUV प्रेमियों के दिलों को जीतने के लिए तैयार हैं। यदि आप एक साहसी जीवन शैली के शौकिन हैं, तो Harrier Adventure X और Safari Adventure X आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।

Highway Infrastructure Ltd. का IPO: 7.47 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ कुछ ही घंटों में

Highway Infrastructure IPO
Highway Infrastructure IPO

"Highway Infrastructure Ltd. का IPO 7.47 गुना ओवरसब्सक्राइब: निवेशकों ने की भारी बोली, जुटाए ₹23.40 करोड़!

Highway Infrastructure Ltd. के IPO ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। इसने 5 अगस्त 2025 को बोली लगाने के बाद कुछ ही घंटों में पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। न केवल यह आईपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब हुआ, बल्कि यह 7.47 गुना ओवरसब्सक्राइब भी हुआ। इस IPO ने अब तक 23.40 करोड़ से ज्यादा का फंड जुटाया है, जो anchor investors से प्राप्त हुआ है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे इस आईपीओ ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया, इस IPO के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ, और कंपनी की वित्तीय स्थिति क्या है।

IPO का ओवरसब्सक्रिप्शन: 7.47 गुना

Highway Infrastructure Ltd. का IPO तीन दिन की अवधि के लिए खोला गया था। इस दौरान 1,60,43,046 शेयरों के मुकाबले 11,97,90,186 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं, जिससे इस आईपीओ का ओवरसब्सक्रिप्शन 7.47 गुना हुआ। यह ओवरसब्सक्रिप्शन उन निवेशकों के लिए एक बड़ी सफलता का प्रतीक है जो इस आईपीओ में भाग ले रहे थे। विशेष रूप से Retail Individual Investors (RIIs) के लिए कोटा 9.63 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि non-institutional investors के हिस्से में 7.14 गुना सब्सक्रिप्शन मिला।

हालांकि, सबसे खास बात यह रही कि Qualified Institutional Buyers (QIBs) का हिस्सा भी 90% तक सब्सक्राइब हो गया। इसका मतलब यह है कि यह आईपीओ बड़े निवेशकों के लिए भी आकर्षक साबित हुआ है। NSE के आंकड़ों के अनुसार यह आंकड़े 11:45 बजे तक की स्थिति को दर्शाते हैं, जिससे यह साफ होता है कि इस IPO ने निवेशकों में काफी उत्साह जगाया।

निवेशकों से मिला ₹23.40 करोड़

Highway Infrastructure Ltd. ने अपनी सोमवार (4 अगस्त 2025) की घोषणा में बताया कि उसने anchor investors से 23.40 करोड़ जुटाए हैं। इन निवेशकों में प्रमुख नाम HDFC Bank और Abans Finance Pvt. Ltd. के हैं। यह फंडिंग कंपनी की मजबूत शुरुआत को दर्शाती है, और यह स्पष्ट करती है कि संस्थागत निवेशकों ने भी इस कंपनी में विश्वास दिखाया है।

IPO का मूल्य निर्धारण और सब्सक्रिप्शन विवरण

Highway Infrastructure Ltd. का IPO 130 करोड़ का है, और इसने प्रति शेयर 65-70 का मूल्य निर्धारण किया है। इस मूल्य सीमा के तहत निवेशकों को एक अच्छे रिटर्न की उम्मीद है। IPO में दो हिस्सों में शेयरों की पेशकश की गई है। पहले, एक ताजगी इश्यू (Fresh Issue) का हिस्सा है, जिसमें 1.39 करोड़ नए शेयर जारी किए गए हैं, जिनकी कुल वैल्यू 97.52 करोड़ है। दूसरा हिस्सा offer for sale (OFS) का है, जिसमें 46.4 लाख शेयरों की पेशकश की गई है, जिनकी कुल वैल्यू 32.48 करोड़ है।

इन्हीं आंकड़ों से यह साफ होता है कि कंपनी ने अपनी आने वाली परियोजनाओं के लिए अच्छी रकम जुटाई है, और इसे कंपनी के विकास और कार्यशील पूंजी (Working Capital) के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

IPO के जरिए क्या उद्देश्य पूरा किया जाएगा?

Highway Infrastructure Ltd. ने बताया है कि ताजगी इश्यू से प्राप्त 65 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी की working capital आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, शेष रकम को सामान्य corporate purposes में निवेश किया जाएगा। यह रणनीति कंपनी को अपनी मौजूदा परियोजनाओं के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने और भविष्य में वृद्धि के लिए तैयार करने में मदद करेगी।

कंपनी का परिचय और व्यवसाय

Highway Infrastructure Ltd. (HIL) 1995 में स्थापित हुई थी और यह सड़क निर्माण, पुलों, हाईवे और आवासीय परियोजनाओं के निर्माण तथा रखरखाव के क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है। यह इंदौर स्थित कंपनी Engineering, Procurement, and Construction (EPC) प्रोजेक्ट्स में भी शामिल है, जो देशभर में विभिन्न निर्माण परियोजनाओं को पूरा करती है। इसके अलावा, कंपनी टोलवे कलेक्शन में भी कार्यरत है, जिससे इसके राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आता है।

कंपनी ने पिछले साल के अपने वित्तीय आंकड़े साझा किए हैं, जिसमें कुल आय 504.48 करोड़ और Profit After Tax (PAT) 22.40 करोड़ रहा है। यह दिखाता है कि कंपनी अपनी कार्यप्रणाली में सक्षम है और आने वाले समय में अपने वित्तीय प्रदर्शन को और भी बेहतर करने का प्रयास करेगी।

Highway Infrastructure Ltd. की भविष्य की योजना

Highway Infrastructure Ltd. की योजना है कि वह अपनी वर्तमान क्षमताओं को बढ़ाए और नई परियोजनाओं में निवेश करे। इसके अलावा, कंपनी अपनी EPC सेवाओं और real estate विकास को बढ़ावा देने की भी योजना बना रही है। इसके लिए, कंपनी ने भविष्य के लिए योजनाओं का खाका तैयार किया है, जिससे वह सड़क, हाईवे, पुल और आवासीय परियोजनाओं में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सके।

BSE और NSE पर लिस्टिंग

कंपनी ने यह भी घोषणा की कि Highway Infrastructure Ltd. के शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी। इससे कंपनी को एक बड़ी पहचान मिलने की संभावना है और इसके शेयरों की मांग बढ़ सकती है। कंपनी की लिस्टिंग से निवेशकों को एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प मिलेगा।

निवेशकों के लिए सलाह

जो निवेशक इस IPO में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह अच्छा मौका हो सकता है। Highway Infrastructure Ltd. की स्थिर आय और सशक्त व्यवसाय मॉडल इस कंपनी को एक मजबूत निवेश विकल्प बनाते हैं। हालांकि, निवेश से पहले निवेशकों को हमेशा अपने निवेश की सावधानीपूर्वक समीक्षा करनी चाहिए और अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना चाहिए।

इस आईपीओ में निवेश करने से पहले यह जानना भी जरूरी है कि यह long-term निवेश के लिए अच्छा हो सकता है, क्योंकि कंपनी सड़क निर्माण और रखरखाव के क्षेत्र में अग्रणी है, और भविष्य में इससे अच्छे रिटर्न मिलने की उम्मीद है।

निष्कर्ष

Highway Infrastructure Ltd. का IPO एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो निवेशकों को एक मजबूत और स्थिर कंपनी में निवेश करने का मौका देता है। इस आईपीओ ने शुरुआती दिन में ही निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है और इसकी सफलता से यह स्पष्ट है कि इस कंपनी के भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी अपनी आगामी परियोजनाओं के लिए इस फंड का उपयोग कैसे करती है और निवेशकों को कितना रिटर्न मिलता है।

Highway Infrastructure Ltd. की IPO के बारे में और भी जानकारी के लिए, निवेशक इसके BSE और NSE पर लिस्टिंग का इंतजार कर सकते हैं, जिससे यह कंपनी बाजार में अपनी एक मजबूत पहचान बना सकती है।