नवरात्रि का मौसम आते ही हर तरफ ढोल की थाप और रंग–बिरंगे चनिया–चोली की चमक नजर आने लगती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह गरबा सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि एक शानदार वर्कआउट भी है? मनोवैज्ञानिक डॉ. श्वेता छाबड़ा के मुताबिक, नवरात्रि के दौरान गरबा डांस करना आपके शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह नृत्य आपको संस्कृति से जोड़ते हुए फिटनेस का मजा देता है, जहां हर कोई उम्र और स्किल लेवल के हिसाब से शामिल हो सकता है।
आज हम इस लेख में गरबा के फायदों पर गहराई से बात करेंगे। हम देखेंगे कि कैसे यह एरोबिक्स और मूड एलिवेशन का अनोखा मिश्रण है, जो कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को बढ़ावा देता है। अगर आप नवरात्रि 2025 में गरबा खेलने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए परफेक्ट गाइड है। चलिए, शुरू करते हैं!
गरबा के शारीरिक लाभ
गरबा को अगर फिटनेस की नजर से देखें, तो यह एक कंपलीट फुल–बॉडी वर्कआउट है। डॉ. श्वेता छाबड़ा, जो अपोलो क्लिनिक, बैंगलुरु की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं, बताती हैं कि गरबा में घूमना, ताली बजाना और सिंक में मूव करना आपके कार्डियोवस्कुलर रेट को ऊंचा रखता है। इससे सर्कुलेशन बेहतर होता है और एंड्यूरेंस बढ़ता है।
सबसे मजेदार बात यह है कि एक घंटे की हाई–एनर्जी डांसिंग से आप 400 से 600 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसे जिम में एक सेशन करना! गरबा के स्टेप्स नैचुरल इंटरवल ट्रेनिंग की तरह काम करते हैं, जहां हाई–इंटेंसिटी के बाद सस्टेन रिदम आता है। इससे हार्ट मसल मजबूत होता है और स्टैमिना बूस्ट होता है। ट्रेडमिल पर दौड़ने से उब जाते हैं? गरबा का उत्सवी माहौल एक्सरसाइज को कभी बोझ नहीं लगने देता।
गरबा में शामिल मूवमेंट्स जैसे ट्वर्ल्स, क्लैप्स और सिंक्रोनाइज्ड स्टेप्स आपके पूरे शरीर को एक्टिव रखते हैं। इससे मसल टोन सुधरता है, फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है। खासकर लोअर बॉडी के लिए यह स्क्वॉट्स और लंजेस की तरह काम करता है, जबकि अपर बॉडी आर्म मूवमेंट्स से मजबूत होती है। अगर आप वेट लॉस का लक्ष्य रखते हैं, तो नवरात्रि के नौ दिनों में रोजाना गरबा खेलना आपको नोटिसेबल रिजल्ट दे सकता है।
इसके अलावा, गरबा कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को प्रमोट करता है। नियमित रूप से इसमें हिस्सा लेने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है, कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है और ओबेसिटी का रिस्क घटता है। डॉ. छाबड़ा कहती हैं कि यह एरोबिक एक्टिविटी लंग कैपेसिटी को भी बढ़ाती है, जो लंबे समय में रेस्पिरेटरी हेल्थ के लिए फायदेमंद है। अगर आप फेस्टिव सीजन में फिट रहना चाहते हैं, तो गरबा एक परफेक्ट चॉइस है।
लेकिन सिर्फ कैलोरी बर्न ही नहीं, गरबा आपके मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है। हाई–इंटेंसिटी मूवमेंट्स से मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है, जो फैट बर्निंग को आसान बनाता है। कई स्टडीज दिखाती हैं कि ऐसी डांस बेस्ड एक्सरसाइज इंसुलिन सेंसिटिविटी को इम्प्रूव करती है, जो डायबिटीज के रिस्क को कम करती है। नवरात्रि में व्रत रखते हुए भी अगर आप गरबा खेलते हैं, तो यह आपकी एनर्जी लेवल को मेंटेन रखता है।
गरबा को फंक्शनल ट्रेनिंग की तरह देखें – इसमें साइड स्टेप्स, जंपिंग जैक्स और स्ट्रेचेस सब शामिल हैं। इससे जॉइंट मोबिलिटी सुधरती है और मस्कुलोस्केलेटल हेल्थ मजबूत होती है। अगर आप डेस्क जॉब करते हैं, तो गरबा आपकी पोश्चर को करेक्ट करने में मदद करता है। कुल मिलाकर, यह एक ऐसा वर्कआउट है जो फन और फिटनेस को मिलाता है।
गरबा के मानसिक और भावनात्मक लाभ
गरबा सिर्फ शरीर के लिए नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी एक टॉनिक है। डॉ. छाबड़ा बताती हैं कि गरबा एंडोर्फिन्स और डोपामाइन जैसे ‘हैपीनेस हॉर्मोन्स‘ को ट्रिगर करता है। ये न सिर्फ मूड अच्छा करते हैं, बल्कि कॉर्टिसोल – जो स्ट्रेस हॉर्मोन है – को भी कम करते हैं। कॉर्टिसोल ज्यादा होने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट डिजीज का खतरा होता है।
ग्रुप में डांस करने से सोशल बॉन्डिंग मजबूत होती है, जो मेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। नवरात्रि के दौरान हजारों लोग साथ में गरबा खेलते हैं, जो एक तरह की कम्युनिटी एक्टिविटी है। इससे एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षण कम होते हैं। स्टडीज दिखाती हैं कि सोशल डांसिंग इमोशनल रेजिलिएंस बढ़ाती है और स्ट्रेस को मैनेज करने में मदद करती है।
गरबा की रिदमिक बीट्स और कम्यूनल एनर्जी मेंटल वेलबीइंग को बूस्ट करती हैं। यह माइंड–बॉडी कोऑर्डिनेशन को इम्प्रूव करता है, जो न्यूरोमस्कुलर फिटनेस के लिए अच्छा है। अगर आप स्ट्रेसफुल जॉब करते हैं, तो गरबा एक नैचुरल थेरेपी की तरह काम करता है। इससे स्लीप क्वालिटी बेहतर होती है और ओवरऑल मूड पॉजिटिव रहता है।
इसके अलावा, गरबा एंडोर्फिन रिलीज से पेन रिलीफ भी देता है। कई लोग क्रॉनिक पेन से जूझते हैं, और ऐसी डांस एक्टिविटीज नैचुरल तरीके से राहत देती हैं। डोपामाइन का बढ़ना मोटिवेशन को बूस्ट करता है, जो डेली लाइफ में भी मददगार है। कॉर्टिसोल रिडक्शन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जो ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
गरबा में शामिल होने से सेल्फ–कॉन्फिडेंस बढ़ता है। चाहे आप बिगिनर हों या एक्सपर्ट, यह इनक्लूसिव है। इससे इमोशनल बैलेंस आता है और स्ट्रेस हॉर्मोन्स कंट्रोल होते हैं। अगर आप मेंटल हेल्थ को प्रायोरिटाइज करते हैं, तो नवरात्रि गरबा एक परफेक्ट ऑप्शन है।
गरबा के लिए सावधानियां और टिप्स
गरबा के फायदे बहुत हैं, लेकिन सावधानियां जरूरी हैं। डॉ. छाबड़ा सलाह देती हैं कि सर्कल में एंटर करने से पहले वार्म–अप करें, कम्फर्टेबल कपड़े पहनें और बॉडी के सिग्नल्स सुनें। इससे स्प्रेन या ओवरस्ट्रेन से बचा जा सकता है।
हाइड्रेशन बहुत महत्वपूर्ण है। नारियल पानी, छाछ या सादा पानी पीते रहें। नवरात्रि फूड्स जैसे साबूदाना, फल या नट्स एनर्जी देते हैं बिना सुस्ती के। लंबे डांस ब्रेक्स के लिए ये परफेक्ट हैं।
अगर आप हार्ट कंडीशन वाले हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। शुरुआत में धीरे–धीरे शुरू करें और ब्रेक्स लें। कम्फर्टेबल फुटवियर पहनें ताकि घुटनों और एंकल्स पर स्ट्रेन न आए।
गरबा सभी के लिए वेलकमिंग है – टीनएजर्स से लेकर सीनियर्स तक। परफेक्शन से ज्यादा इंपोर्टेंट है पार्टिसिपेशन। इन टिप्स से आप सेफ रहते हुए फिटनेस का मजा ले सकते हैं।
निष्कर्ष
गरबा नवरात्रि को सेलिब्रेट करने का एक खुशनुमा तरीका है, जो फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को बूस्ट करता है। डॉ. छाबड़ा कहती हैं कि जैसे आप ताली बजाते और घूमते हैं, वैसे ही आप अपना हार्ट मजबूत कर रहे हैं, माइंड को शांत कर रहे हैं और वेलनेस को एंब्रेस कर रहे हैं। इस नवरात्रि, गरबा को सिर्फ डांस नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
Disclaimer: यह जानकारी सार्वजनिक स्रोतों/आधिकारिक घोषणाओं से ली गई है और केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी मेडिकल कंडीन के लिए पेशेवर डॉक्टर की सलाह लें।